@छत्तीसगढ़//सरगुजा
राज्य के सभी जिलों में स्कूलों में इंस्पेक्शन के दौरान अनाधिकृत रूप से गायब शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है। कोंडागांव में तो 100 से ज्यादा शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। वहीं सरगुजा में 2 सहायक शिक्षकों को सस्पेंड किया गया है। इस दौरान निरीक्षण पर गये अधिकारियों ने अनुपस्थित शिक्षकों के बारे में चौकाने वाले खुलासे किये हैं। दरअसल 8 दिसंबर को अंबिकापुर के प्राथमिक शाला नदीपारा में इंस्पेक्शन हुआ था, जिसमें स्कूल तो खुला हुआ था, बच्चे भी मौजूद थे, लेकिन पदस्थ दो शिक्षक नहीं थे। सहायक शिक्षक आशा तिर्की और साम्य दास गुप्ता 7 से ही स्कूल नहीं आये थे।
हैरानी की बात ये है कि इस दौरान इन दोनों शिक्षकों के 21 नवंबर से ही स्कूलों में अटेंडेंस भी बच्चों को नहीं लिया था। स्कूल में निरीक्षण के दौरान 6 छात्र छात्राएं मौजूद मिले। यही नहीं जांच में ये भी पाया गया कि साम्य दास गुप्ता ने 36 तथा आशा तिर्की ने 18 आकस्मिक अवकाश नियम विरुद्ध ले लिया था। 9 दिसंबर को जब दोबारा से इस स्कूल का इंस्पेक्शन किया गया तो स्कूल ही बंद मिला।
इस प्रकरण को डीईओ ने गंभीरता से लेते हुए आशा तिर्की और साम्य दास गुप्ता को सस्पेंड कर दिया है। दोनों को सस्पेंशन पीरियड में प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नवानगर में अटैच किया गया है।
@सोर्स - सोसल मीडिया