Tax - छत्तीसगढ़ के कई शहरों में इनकम टैक्स विभाग का छापा, कारोबारियों में मचा हड़कंप…

Tax - छत्तीसगढ़ के कई शहरों में इनकम टैक्स विभाग का छापा, कारोबारियों में मचा हड़कंप…


@रायपुर//छत्तीसगगढ़ 

एक बार फिर आयकर विभाग ने छापा मारा है। इनकम टैक्स विभाग के इस छापे से कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े लोगों के घर कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही 50 लोगों की टीम राजधानी पहुंची थी।


रायगढ़ में NR इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के ठिकानों पर जांच की जा रही है। शहर के गजानंद नगर में कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के घर भी कार्रवाई जारी है। रायपुर में लॉ विस्टा सोसायटी में रामगोपाल अग्रवाल के घर टीम जांच कर रही है। रिंटू सिंह, जय अम्बे ट्रांसपोर्टर के मालिक जोगेन्दर के भाई के घर में भी टीम दस्तावेज खंगाल रही है।


5000 करोड़ का एमओयू करने की चर्चा


NR इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल ने पिछले दिनों राज्य सरकार से 5000 करोड़ रुपए का मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया था। इसके साथ ही उन्होंने पिछले 2 साल में अपने प्लांट का एक्सटेंशन दो हजार करोड़ रुपए की लागत से कराया था। इसके बाद से ही वह आईटी के रडार पर थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन्हीं बड़े लेन-देन के इनपुट पर आईटी ने छापा मारा है


कारोबारी संजय अग्र‌वाल के घर और फैक्ट्री पर एक दर्जन से ज्यादा आईटी के अफसर दस्तावेजों की जांच में जुटे हैं। सुबह से फैक्ट्री में आईटी अधिकारियों की रेड से प्लांट में हड़कंप मचा है। घर में भी टीम दस्तावेज की जांच कर रही है।


एक महीने पहले पड़े थे ED के छापे


आयकर के छापे से ठीक एक माह पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में ईडी ने छापा मारा था । इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी देर रात पहुंच चुके थे और सुबह 5:00 बजे अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा गया। एक ही वक्त पर ईडी के अधिकारी 10 से ज्यादा जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई की थी। जिन जगहों पर छापा मारा गया था उनमें कारोबारी और CA शामिल थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस छापे को डराने की कोशिश बताया था। उन्होंने कहा था कि, यह आखिरी नहीं है। चुनाव तक ये बार-बार आएंगे।


ED के अफसर सीआरपीएफ की टीम के साथ दबिश दी थी। अधिकारियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों को खंगाला गया। इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर ईडी को करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन की सूचना मिली थी। इसी संबंध में जांच की गई थी।



@सोर्स - सोसल मीडिया

To Top