@छत्तीसगढ़//अम्बिकापुर
कल बाबा श्याम का 26वां वार्षिक उत्सव मनाया गया।जहाँ भंडारे के रूप में भोजन की व्यवस्था थी।आपने बहोत से आयोजन में देखा होगा कि "इतना ही लो थाली में,व्यर्थ ना जाये नाली में" का पोस्टर लगा होता है मगर इसपर कोई अमल नही करता।मगर अम्बिकापुर में पहली बार मैनें श्याम भक्त श्याम लाडला परिवार के युवाओं की व्यवस्था देखी।झूठा छोड़ने पर उन्हें पूरा खाने को कहा जा रहा है तो वहीं अगर कोई पूरा खा कर प्लेट रख रहा है तो उसे टॉफ़ी उपहार स्वरूप दी जा रही है।