@हनुमानगढ़//राजस्थान
पश्चिमी राजस्थान में बहने वाली इंदिरा गांधी नहर हनुमानगढ़ जिले में आत्महत्या का केंद्र बनती जा रही है. यहां एक बार फिर एक दंपति ने नहर में कूदकर अपनी जान दे दी. सुसाइड के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. लेकिन पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार घरेलू विवाद के कारण दंपति ने यह कदम उठाया है. पुलिस ने दोनों के शवों को बाहर निकलवाकर उनका पोस्टमार्टम करवा दिया है. इस बार दिल को दहला देने वाली सुसाइड की यह घटना रावतसर थाना इलाके में हुई.
रावतसर थाना अधिकारी रविंद्र नरूका के अनुसार यहां रविवार को एक दंपति ने मोधूनगर गांव के पास इंदिरा गांधी नहर में कूदकर अपनी जान दे दी. मृतकों की शिनाख्त रावतसर निवासी सुरेंद्र और उसकी पत्नी कृष्णा के रूप में हुई है. रविवार को सुबह दोनों ने नहर किनारे बाइक खड़ी कर दी और आपस में हाथ बांध लिए. बाद में दोनों नहर में कूद गए. इसकी सूचना ग्रामीणों ने रावतसर पुलिस को दी.
करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद शवों को निकाला जा सका
इस पर रावतसर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर दोनों की नहर में तलाश शुरू की. करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद नहर से दोनों के शव बरामद हो गए. हालांकि आत्महत्या के कारणों का पूरी तरह से खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है. इस दौरान वहां आसपास के लोगों का खासा जमावड़ा लग गया.
नहर में आत्महत्या करने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है
उल्लेखनीय है कि हनुमानगढ़ जिले में नहर में कूदकर आत्महत्या करने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां बीते कुछ बरसों से यह नहर सुसाइड प्वाइंट बनने लगी है. सुसाइड ही नहीं बल्कि नहर में वाहनों के गिरने की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही है. बीते कुछ समय के रिकॉर्ड को खंगाला जाए तो नहर में कूदकर सुसाइड करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसी तरह से पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में भी सामूहिक आत्महत्याओं का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. वहां पानी के टांके सुसाइड प्वाइंट बन रहे हैं.
@सोर्स - सोसल मीडिया