@झांसी//वेब न्यूज़ डेस्क।
सपरार बांध में मिले तीन युवतियों के शव के मामला में अब नया मोड़ आ गया है। पहले युवतियों के साथ बलात्कार किया गया। इसके बाद तीनों की हत्या करके शवों को सपरार बांध में फेंक दिया गया। पोस्टमार्टम में तीनों युवतियों के शरीर पर आतंरिक चोटों के निशान पाए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने अपने स्तर से जांच शुरु कर दी है। वहीं, पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अपने मुखबिरों का जाल फैला दिया है। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस घटना से मऊरानीपुर कसबे में दहशत का माहौल बना हुआ है।
मालूम हो कि मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के सपरार बांध में एक के बाद एक साथ तीन युवतियों के शव पानी में उतराते पाए गए थे। इससे वहां हड़कंप मच गया। रविवार की सुबह तीनों शवों की शिनाख्त हो गई। इनमें दो सगी बहनें मऊरानीपुर के कटरा मोहल्ले में रहने वाले रामविलास पुरवार की पुत्री रीनु पुरवार (28) औऱ रितु पुरवार (30) हैं। रितु पुरवार विवाहित है, जबकि रीनू पुरवार की अभी शादी नहीं हुई है। वहीं एक इनकी सहेली अल्याई निवासी गोविंद दास की पुत्री रिंकी आर्य (26) हैं। शिनाख्त के बाद परिजनों ने बताया कि यह तीनों लड़कियां सात अक्तूबर को घर से बागेश्वर धाम के लिए निकली थी। इनमें से रीनू औऱ रितु पहले भी कई बार बागेश्वर धाम जा चुकी थी। जबकि, रिंकी पहली बार बागेश्वर धाम गई थी। अब वे बांध में कैसे पहुंच गई। इससे परिजन अनजान है।
पुलिस ने भी इस मामले की जांच शुरु कर दी है। वहीं, तीनों युवतियों के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में नई बात सामने आई हैं। लीवर पर चोटों के निशान थे। इस प्रकार पूरे शरीर में आतंरिक चोटों के निशान पाए गए हैं। ऐसी संभावना है कि तीनों युवतियों के साथ पहले बलात्कार किया गया। इसके बाद तीनों की हत्या करने के बाद शव को सपरार बांध में फेंक दिया गया। बताते हैं कि जहां पर तीनों शव मिले हैं, वह रास्ता टीकमगढ़ के लिए जाता है न कि बागेश्वर धाम की रास्ता। इससे लगता है कि युवतियों को किसी वाहन में डालकर बांध के पास लाया गया। इसके बाद उनके साथ बलात्कार किया। हत्या करने के बाद शवों को सपरार बांध में फेंक दिया गया। तीनों लड़कियों के हाथ में बंधा हुआ था कलावा तीनों युवतियों के हाथ में नवरात्रि के दौरान बांधा जाने वाला कलावा भी बंधा हुआ था।
किसी के शरीर में चूड़ी, मंगलसूत्र समेत अन्य वस्तु नहीं थी। सपरार नदी मध्यप्रदेश से आ रही है तो यह भी हो सकता है कि युवतियों को एमपी ले जाया गया हो इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया हो। भाई आशीष पुरवार ने की शवों की शिनाख्त जैसे ही शवों की जानकारी मऊरानीपुर में मिली तो लोगों ने खोजबीन शुरु कर दी। इसी बीच कटरा मोहल्ले में रहने वाला आशीष पुरवार पोस्टमार्टम कक्ष पहुंचा। वहां पर युवतियों के शवों को दिखाया तो उसने शवों की पहचान की। आशीष पुरवार ने बताया कि इनमें दो शव उसकी बहनों के हैं जबकि एक शव बहन की सहेली का है।
आशीष ने बताया कि 7 अक्तूबर को बागेश्वर धाम कहकर करीब 3-4 बजे दिन में निकली थी क्योंकि रीनू पुरवार औऱ रीतू पुरवार पूर्व में कई बार बागेश्वर धाम गई थी। रिंकू आर्य पहली बार अपने सहेलियों के साथ गई थी। आशीष ने बताया कि उसकी बहन रितु पुरवार की शादी महोबा जिले के कबरई में रहने वाले अनुराग से हो चुकी हैं। रितु मायके में ज्यादा निवास करती थी।
सोर्स : इंटरनेट वेबसाइट।