4 साल पहले आये थे स्कूल :
कुछ ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. इस संबंध में ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावे जिलाधिकारी को भी आवेदन देकर शिक्षक पर कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है. बताया जाता है कि वर्ष 2018 में मैट्रिक परीक्षा के दौरान परीक्षा में ड्यूटी के लिए शिक्षक मृत्युंजय कुमार गुप्ता को विरमित किया गया था, जिसके बाद से वो फिर विद्यालय नहीं आए।
कई तरह के स्वास्थ्य तथा अन्य कारण बताकर वो पिछले 4 सालों से विद्यालय से अनुपस्थित रहे. इस दौरान उनके जगह पर दूसरे शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई, जिस कारण बच्चों की पठन-पाठन प्रभावित होता रहा. ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया. लेकिन कोई हल नहीं निकला।
शिक्षक पर गांव की एक महिला को भगाने का आरोप :
ग्रामीणों ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को दिए अपने आवेदन में लिखा है कि गांव की ही एक महिला को लेकर शिक्षक मृत्युंजय कुमार गुप्ता 4 साल पूर्व फरार हो गए थे. इसके बाद किसी अन्यत्र जगह जाकर किसी कारखाने में काम कर गुजारा कर रहे थे. इसी दौरान पिछले साल 18 अक्टूबर को महिला रीता देवी की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई जिसके बाद शिक्षक फिर से विद्यालय में योगदान देने के फिराक में था।
शिवसागर के प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से पत्र जारी करा कर शनिवार को जब योगदान के लिए मध्य विद्यालय, थनुआ पहुंचा तो इसकी सूचना ग्रामीणों को लगी.
तस्वीरें हो रही वायरल :
शिक्षक के व्यवहार से ग्रामीण पहले से ही नाराज थे जिसके बाद अनिल कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह आदि ग्रामीण स्कूल में पहुंच गए. बताया जाता है कि कुछ ग्रामीण इतने उग्र थे कि उन लोगों ने कक्षा में ही शिक्षक के चेहरे पर कालिख पोत दी।
साथ ही गले में जबरन जूते का माला पहना दिया. इतना ही नहीं इस जवान की तस्वीरें भी ग्रामीणों ने वायरल कर दी.
सोर्स : इंटरनेट वेबसाइट।