Alert : एक बार फिर कोयला खदान का ऊपरी हिस्सा धसका, इलाके में चिंता का माहौल...

Alert : एक बार फिर कोयला खदान का ऊपरी हिस्सा धसका, इलाके में चिंता का माहौल...

@सूरजपुर//ऑफिस डेस्क।
सूरजपुर जिला अंतर्गत कोयलांचल भटगांव क्षेत्र की जमीन का एक हिस्सा फिर से धसक गया, जहां हादसा हुआ वहां विशालकाय गड्‌ढा बन गया है। घटना के वक्त जमीन के ऊपरी हिस्से में कोई नहीं था इसलिए किसी को चोट नहीं आई, किन्तु जहां जमीन धसकी है उसके पास गांव और दर्जनों मकानें हैं. जमीन के नीचे से कोयला निकाला जा चुका है और भूमिगत खदान के ऊपर ही लोग रहते हैं।

आपको बता दें सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र के नगर पंचायत भटगांव के वार्ड क्रमांक -8 इटाभट्ठा मे जमीन का एक हिस्सा धसक गया। जहां हादसा हुआ वहां विशालकाय गड्‌ढा बन गया। घटना के वक्त जमीन के ऊपरी हिस्से में कोई नहीं था इसलिए किसी को चोट नहीं आई। जहां जमीन धसकी उसके पास नगर पंचायत भटगांव बस स्टैंड ,वार्ड क्रमांक -8 का आंगन बडी और दर्जनों मकान हैं। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) की भूमिगत कोयला खदान का ऊपरी हिस्सा धंसने की खबर एसईसीएल प्रशासन को दी गई।
जमीन के नीचे से कोयला निकाला जा चुका है और भूमिगत खदान के ऊपर लोग रहते हैं। एसईसीएल भटगांव क्षेत्र स्थित भटगांव कोलियरी के माइन मैनेजर व सेफ्टी ऑफिसर भी मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों को लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। काफी बहस भी हुई। बीते दिनों भी यहां से 100 मीटर की दूरी ऐसे ही जमीन धसकने की घटना हुई थी।

करीब 25 साल से यह भूमिगत खदान नगर पंचायत भटगांव क्षेत्र में संचालित है। घटनास्थल से सौ मीटर दूर रहने वाले ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह भटगांव बस स्टैंड के पास आंगनबाड़ी इटभट्ठा के समीप बने पानी बोरवेल के पास में करीब 5 फीट चौड़ा और 20 फीट गहरा गड्ढा देखा। ठीक इसके नीचे भूमिगत खदान होने की वजह से बड़ी आबादी को नुकसान की आशंका ग्रामीणों को थी। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि रात आवाज सुनाई दी थी। मौके पर भटगांव क्षेत्र के भटगांव भूमिगत खदान के मैनेजर एच पॉल पहुंचे। नाराज ग्रामीणों ने एसईसीएल के अफसरों को घेर कर हाथापाई पर उतारू हो गए। किसी तरह पुलिस कर्मियों ने समझाइश देकर मामला शांत किया गया।

भटगांव खदान क्षेत्र में भी हो चुकी है कई बार घटनाएं :

इसके पहले भी भटगांव के भटगांव भूमिगत कोयला खदान के ऊपरी हिस्से की जमीन धसकने की घटना साल भर के अंदर कई बार हो चुकी है। बताया जा रहा है कि यहां खदान के कुछ हिस्से में डिपिल्लरिंग का काम किया जा रहा है। भूमिगत खदान की पिल्लर गिराने की प्रक्रिया की वजह से धसान की घटनाएं हुई। 

महज 05 मीटर दूरी पर ही बन रहा आंगनबाड़ी :

नगर पंचायत भटगांव अंतर्गत पंद्रह वार्ड समाहित हैं। इन नगर में रहने वाले लोगो के लिए शासन की योजना के तहत आंगनबाड़ी का निर्माण किया गया है। घटना स्थल से लगभग 5 मीटर की दूर ही बनाया गया है। अभी आंगनबाड़ी में बच्चो को आज कर्मा त्योहार की वजह से बच्चे नहीं आए थे। इससे भू-धसान की वजह से अनहोनी हो सकती थी।

जल्द गड्ढों में भरी जाएगी मिट्टी :

एसईसीएल के अधिकारियों ने कहा कि घटनास्थल को पहले बैरिकेड लगाकर घेराबंदी की जाएगी। परीक्षण के बाद गड्ढे में मिट्टी डाल कर भरा जाएगा। दोपहर बाद एसईसीएल कर्मियों ने गड्ढे को चारों तरफ से तार लगाकर घेर दिया। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में मिट्टी डाल टीलानुमा बना दिया जाएगा। समय-समय पर कर्मचारी स्थल का जायजा भी लेंगे, ताकि कोई बड़ी दुर्घटना न हो।

पहले भी हो चुकी घटनाएं :

ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी दो-तीन बार इस तरह भू-धसान हो चुके हैं। एसईसीएल के अधिकारी समस्या का निदान नहीं कर रहे हैं। हमारी मांग है कि एसईसीएल अपनी खदान बंद करे अथवा पूरे इटभट्ठा की जमीन अधिग्रहित करे और नौकरी व मुआवजा प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
To Top