भोपाल के सूखी सेवनिया इलाके में एक 17 साल की प्रेमिका ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। इसमें नाबालिग की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रेमी की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने युवक पर नाबालिग को खुदकुशी के लिए उकसाने और अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। घटना 15 सितंबर की शाम की है। घटना में पहले जीआरपी निशातपुरा ने एफआइआर दर्ज की थी। बाद में मामले की जांच के बाद गुरुवार को पुलिस ने युवक पर कार्रवाई की है।
सूखीसेवनिया पुलिस के मुताबिक मूलत: अशोक नगर की रहने वाली 17 साल की नाबालिग सूखीसेवनिया में अपने भाई और भाभी के साथ पिछले दो माह से आकर रह रही थी। उसने पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई कर रखी है।
उसका भाई एक फैक्ट्री का काम करता है। जबकि 21 साल का धर्मेंद्र उर्फ राजाबाबू सिंह भी अशोकनगर का रहने वाला है। धर्मेंद्र इंदौर में निजी काम करता है। धर्मेंद्र और नाबालिग की अशोकनगर से ही दोस्ती थी।
बाद में नाबालिग के परिजनों ने परेशान होकर उसे भोपाल में उसके भाई और भाभी के साथ भेज दिया था।
15 सितंबर को आए थे इंदौर :
सूखीसेवनिया थाना पुलिस के एसआइ रिंकु जाटव ने बताया है कि 15 सितंबर को धर्मेंद्र उर्फ राजाबाबू सिंह इंदौर से भोपाल आया था। उसने नाबालिग से मुलाकात की और उसे बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया। बाद में दोनों ने एक साथ दोपहर में ओमकारा सेवनिया रेलवे ट्रेक पर जाकर ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। रात नौ बजे के करीब निशातपुरा जीआपी पुलिस को जानकारी लगी तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो एक नाबालिग की क्षत विक्षत शव बरामद हुआ।
पास में धर्मेंद्र खून में लथपथ पड़ा था। घायल को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि नाबालिग की मौत पर जीआरपी रेलवे ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। इधर , घर से लापता होने पर नाबालिग के भाई ने सूखीसेवनिया थाने में जानकारी दी। उसने इस घटना की जानकारी दी तो उसने शव की शिनाख्त अपनी बहन के रूप में की। बाद में जांच के बाद साक्ष्यों के आधार पर केस दर्ज किया है।
अलग-अलग जाति के हैं दोनों :
पुलिस जांच में सामने आया है कि नाबालिग होने के कारण उसकी मर्जी कोई मायने नहीं रखती है। इसलिए धर्मेंद्र पर अपहरण और खुदकुशी के उकसाने की धाराओं में केस दर्ज किया है। दोनों अलग – अलग जाति के होने के कारण उनके परिजन शादी को तैयार नहीं थे।
सोर्स : इंटरनेट वेबसाइट।