गुजरात के वडोदरा सेंट्रल जेल में बंद सात विचाराधीन कैदियों ने जेल परिसर में झड़प के बाद साबुन का पानी लिया, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जेल प्रशासन के मुताबिक, अलग-अलग आपराधिक मामलों में आरोपी विचाराधीन कैदियों के बीच बुधवार शाम को झड़प हो गई थी, जिसमें जेलर के साथ भी मारपीट की गई थी।
खाने के टिफिन को लेकर शुरू हुई झड़प
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी-जोन 2) अभय सोनी ने कहा कि जेल परिसर में दो कैदियों के गुटों में खाने को लेकर झड़प हो गई थी। उन्होंने बताया कि जेल में कुछ कैदी गुजरात आतंकवाद नियंत्रण और संगठित अपराध अधिनियम के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन विचाराधीन कैदियों को बाहर से भोजन लेने की अनुमति नहीं है, जबकि कुछ को अनुमति है।
जेलर के साथ भी की गई मारपीट
डीसीपी-जोन 2 अभय सोनी ने कहा, “जिन लोगों के पास बाहर से भोजन लेने की अनुमति नहीं है वह अन्य विचाराधीन कैदियों के टिफिन उठाकर ले जाते थे। जब जेल अधिकारियों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने ऐसे कैदियों को एक अलग बैरक में भेजने की कोशिश की। अधिकारी ने कहा अलग बैरक में भेजने की प्रक्रिया में ही झड़प हो गई, जिसमें जेलर के साथ भी मारपीट की गई।
विरोध के बाद सात कैदियों ने पिया साबुन का पानी
अधिकारी ने कहा कि मामले में शुरुआती जानकारी के मुताबिक मारपीट और झड़प के बीच जब कैदियों को जेल प्रशासन द्वारा अलग किया गया तो बैरक में जाने का विरोध करने वाले सात कैदियों ने भारी मात्रा में पानी में साबुन मिलाया और पी लिया।
साबुन का पानी पीने वाले सातों को बुधवार रात वडोदरा के एसएसजी अस्पताल ले जाया गया। सोनी ने कहा कि उन कैदियों की हालत स्थिर है और वे ठीक हो रहे हैं।
जेलर से मारपीट के मामले FIR दर्ज
अधिकारी ने बताया कि, जिन विचाराधीन कैदियों ने जेलर के साथ मारपीट की है, उनके खिलाफ रावपुरा पुलिस स्टेशन में दंगा, लोक सेवक पर हमला, गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
यह कैदी गुजरात आतंकवाद नियंत्रण और संगठित अपराध अधिनियम के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं।
सोर्स : इंटरनेट वेबसाइट।