सूरजपुर/जरही(शशि रंजन सिंह):- सूरजपुर जिले के सुप्रसिद्ध तकनीकी कॉलेज शासकीय पॉलिटेक्निक सूरजपुर में माइनिंग इंजीनियरिंग के चौथे सेमेस्टर के छात्रों को प्राचार्य एन के बुआडे द्वारा भटगांव एरिया में प्रशिक्षण दिलाने की पहल की गई थी। जिसमें भटगांव जीएम अरविंद कुमार की सजगता व छात्रों की रुचि को देख दो दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया गया है । यह दो दिवसीय प्रशिक्षण 27 मई और 28 मई को विभिन्न भूमिगत खदानों में दी गयी ।भटगांव क्षेत्र में अभी तीन भूमिगत खदाने और 2 ओपनकास्ट खदाने चल रही है । भटगांव एरिया के तीन भूमिगत खदानों में प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा था। जिसमें प्रत्येक भूमिगत खदानों में 10 -10 के समूह में छात्रों को एक अध्यापक के साथ उन्हें सुरक्षा उपकरण के साथ छात्रों को 3 खदानों में दो दिवसीय प्रशिक्षण दी गई है ।
जिससे छात्रों को प्रायोगिक रूप से जानने व समझने का मौका मिला। प्रत्येक कोयला खदान में छात्रों का समूह बनाया गया था.इसमें कालरी प्रबंधन भटगांव एरिया वा पोलिटेक्निक कालेज सूरजपुर स्टाफ का विशेष योगदान रहा ।
प्रशिक्षण के बाद छात्र व छात्रों से प्रशिक्षण के बारे में बात करने पर उनके द्वारा कहा गया की हमें कोयला निकालने से लेकर कोयला परिवहन तक की प्रकिया समझने का मौका मिला व कालरी स्टाफ के साथ शिक्षकों द्वारा विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया गया. जिससे हमारे खनन के विषयो को समझने में प्रशिक्षण बहुत ही ज्यादा लाभदायी होगा ।
अध्यापको के साथ सभी छात्र -छात्रा ने लिया दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का लाभ :-
अध्यापक एन योगेश , शैलेन्द्र खरे , विवेक मेहता, अमन नामदेव व गौरव द्विवेदी के नेतृत्व में तीनो भूमिगत खदान भटगांव शिवानी व नवापारा खदान में दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण किया गया जिसमें सभी छात्रों ने अपने मन मे आ रहे अपने सवालों को अध्यापको से साझा कर सभी चीजों के बारे में जानकारी ली।
विभिन्न चीज़ों के बारे में छात्रों को दी गयी जानकारी:-
भूमिगत खदान में सभी चीजों की भागीदारी से ही अच्छी तरह सुरक्षित उत्पादन हो पाता है जिसमे विभिन्न चीजे होती है जैसे कि सर्वेयिंग,सेफ्टी, वेन्टीलेशन, एक्सप्लोसिव, ब्लास्टिंग, रूफ बोल्टिंग, गैस की जांच एवं विभिन्न भूमिगत खदान कार्यो की वजह से ही खदानों के अंदर से सुरक्षित कोयला का उत्पादन हो पाता है ।
अब छात्राएं भी ले रही खनन ब्रांच में रुचि :-
सालो से चल रहे माइनिंग ब्रांच में लड़कियों की रुचि बहुत कम ही रहती थी और छात्राएं माइनिंग ब्रांच में आने से विभिन्न वजहों से कतराती थी और माइनिंग ब्रांच में रुचि नहीं रखती थी लेकिन करीबन तीन वर्षो से छात्राएं सूरजपुर पॉलीटेक्निक में माइनिंग ब्रांच में दाखिला ले रही है और हर साल छात्रा की संख्या बढ़ते जा रही है और लड़कों से कंधा मिला कर महिला सशक्तिकरण की ओर अपना योगदान दे रही है और प्रशिक्षण मिलने से उनकी रुचि दिन प्रतिदिन बढ़ रही है और दोहरी तीव्रता से माइनिंग में दक्ष हो रही है। भटगांव कालरी में भी तीन छात्रा को प्रशिक्षण द्वारा प्रशिक्षित किया गया।
सभी छात्र छात्रा ने दो दिवशीय प्रशिक्षण में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने मन मे आ रहे सवालों को साझा कर अपने कमजोर विषयो को मजबूत करने की कोशिश की ।