@सुकमा
छत्तीसगढ़ राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजनांतर्गत कार्यरत अधिकारी / कर्मचारी एवं ग्राम रोजगार सहायकों के द्वारा विगत 16 वर्षों से निरंतर कार्य किये जा रहे है। महोदय महोदया हम आपको अवगत कराना चाहते हैं कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में कई ऐसे अधिकारी / कर्मचारी हैं, जिनकी उम्र 40-45 वर्ष से भी अधिक हो चुकी है, जिसके कारण नियमित पदों पर आवेदन करने के लिए उनकी निर्धारित उम्र अवधि भी समाप्त हो चुकी है। महोदय / महोदया हमारी समय-समय पर विभिन्न माध्यमो से मनरेगा कर्मियों की निरंतर नियमितीकरण सहित अन्य मांगे रही है, किन्तु शासन द्वारा हमारी मांगो पर आज पर्यन्त तक कोई विचार नहीं किया गया है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले दिनांक 14.03.2022 दिन सोमवार को जिला स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं रैली आयोजित किया गया था साथ ही शासन एवं प्रशासन को विभिन्न पत्रों के माध्यम से मिलने का समय मांगा गया था, किन्तु शासन एवं प्रशासन के द्वारा समय नहीं दिया गया और न ही हमारी मांगों का निराकरण किया गया। जिसके कारण विवष होकर "छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 04 अप्रैल, 2022 दिन सोमवार से छत्तीसगढ़ प्रदेश के समस्त 28 जिलों के सभी मनरेगा कर्मी अनिश्चित कालीन धरना मे जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की 02 सूत्रीय मांग
1. चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।
2. नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के उपरोक्त मांगो हेतु दिनांक 04.04.2022 दिन 2-5-4-2 समिवार से राज्य / जिला / ब्लॉक स्तरीय मनरेगा कर्मियों के अनिश्चित कालीन धरने में हम आपके समर्थन 29/10 अपेक्षा रखते है तथा आंदोलन / धरना अवधि में हमारी मांगों का समर्थन करते हुए ग्राम पंचायतों मे मनरेगा के कार्यों का संचालन स्थागित रखे जाने हेतु निवेदन करते है। ताकि शासन हमारी जायज मांगो गंभीरता पूर्वक विचार करें।