रायपुर, पिछले 44 दिनों से अपनी नियमितिकरण की मांग को लेकर आंदोलन पर डटे विद्युत् संविदा कर्मचारियों पर शनिवार को पुलिस का कहर टूट पड़ा। लोग जब सोकर नहीं उठे थे तब पुलिस उन्हें डंडे से मार मार कर जगा रही थी।40 प्रदर्शनकारियाें को हिरासत में लेकर जेल में डाल दिया गया है । पुलिस वाले धरनास्थल पर लगे पंडाल भी साथ ले गए। बताया जा रहा है कि पुलिस की लाठीचार्ज में 15 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के आंदोलन को समाप्त करवाने जिला प्रशासन के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ शनिवार की सुबह -सुबह राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पहुंचे।
जहां प्रदर्शनकारियों को धरना आंदोलन समाप्त करने की चेतावनी के बाद अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किए जाने के बावजूद छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के सदस्य सिर पर हाथ रखकर शांति से बैठ गए।
जिस वक्त पुलिस आंदोनकारियों को पीट पीट कर घसीटकर बसों में ठूंस रही थी उस वक्त वहां जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद थे।विद्युत् संविदा कर्मचारी पिछले 44 दिनों से अपनी नियमितिकरण की मांग को लेकर आंदोलन पर डटे हुए हैं।
पिछले दो महीने से आंदोलनरत इन विद्युत् संविदा कर्मचारियों द्वारा काम बंद करने के कारण विद्युत् लाइन की मरम्मत और मेंटनेस दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं