@रायपुर
कांग्रेस पार्टी के जनघोषणापत्र मे शमिल स्वास्थ्य कर्मी (स्वास्थ्य संयोजक) अपनी मांगो को लेकर हडताल स्थल में अड़े हुए है अनिश्चितकालीन हड़ताल के आज चौथे दिन 15 हजार स्वास्थ्य संयोजक मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए रैली कि शकल में निकले एवं उग्र प्रदर्शन करते हुए शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया ज्ञात हो कि स्वास्थ्य संयोजको का प्रतिनिधिमंडल कल स्वास्थ्य मंत्री निवास में मान. टी. एस. सिंहदेव के साथ मांगों के संबंध में विस्तार से चर्चा किया है, किन्तु स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 6 सुत्रीय मांगों के विषय में विभागीय अधिकारीयों के साथ बैठक कर प्रतिनिधीमंडल को अवगत कराने कि बात कही गई है । एक ओर हड़ताल लंबा एवं उग्र होता दिखाई दे रहा है जिसके कारण आम ग्रामीण जनता को मिलने वाले स्वास्थ्य सुविधा भी पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। उप स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में ताला लटके देख ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र कि गर्भवती महिलाओं को लगने वाला टीकाकरण साथ ही 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को लगने वालो नियमित टीकाकरण भी प्रभावित होता दिखाई पड़ रहा है। वर्तमान में 12 क से उपर के बच्चों का टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है, जो कि स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल के कारण सिर्फ 4 प्रतिशत बच्चों को टीका लग पाया है। ज्ञात हो कि उप स्वास्थ्य केंद्र में 28 राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं 16 याजनाओं के साथ ग्रामीण क्षेत्र के जनता प्राथमिक उपचार, प्रसव, टीकाकरण, टी.बी. एवं कुछ के उपचार हेतु दवाईया मलेरिया रक्त जांच, एवं कोविड टीकाकरण कि सेवाएं प्राप्त करते हैं साथ ही कल पुनः कुवारको संरक्षण का सत्र लगाया जाना है, जिसमे लक्षित लाखो बच्चों को पूरे प्रदेश में विटामिन ए की खुराक, आयरन सिरप वितरण एवं जानलेवा बीमारीयों से बचाने टीका लगाया जाना है। पर हड़ताल का निराकरण नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार कब तक बाचित होती रहेगी यह एक बड़ा सवाल है?