उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि इस कला केन्द्र के माध्यम से उन परिवारों को सक्षम बनाना है जिनका रोजगार ऐसे ही कला के क्षेत्र में चलता है। कला से जुड़े लोग स्थापित हो सके, जिनकी जीविका ही कला से चलती है। उन्होंने कहा कि राज्य जनकल्याणकारी कार्य करने के लिए कार्य करती है। उन्होंने कला केन्द्र के संचालन के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर विधा के लोगों का यहां बुलाकर उनकी प्रतिभा को सामने लाने कहा, शनिवार एवं रविवार के दिन विशेष कार्यक्रम का आयोजन करने कहा। जिससे उनको देखकर अधिक से अधिक बच्चे व अन्य लोग कला का लाभ ले सके।
उन्होंने कला केन्द्र मंे आवश्यक अन्य सुविधाओं का विस्तार पूर्ण करने कहा जिसमें पीने की पानी, कुर्सी, सफाई कर्मी, रजिस्ट्रेशन, वार्षिक सदस्यता की व्यवस्था, उसकी रसीद जैसे कार्य को जल्द शुरू कर संचालन करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कला केन्द्र से जुड़ने वाले लोग जिले में मौजूद प्रतिभा को कला केन्द्र के माध्यम से उभारने का भी प्रयास करें।
कला एवं संस्कृति प्रेमियों के लिए यहां संगीत शास्त्रीय, गजल, ठूमरी कला, पेंटिंग, मूर्तिकला, वादन, हारमोनियम, तबला ,मिक्सर नृत्य शास्त्री एवं आधुनिक बॉलीवुड यहां सभी इच्छुक नागरिक विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में अपना हुनर निखारने का अवसर मिलेगा एवं संगीत कला के अलावा रिकॉर्डिंग रूम भी स्थापित किया गया है जिसमें कलाकार अपने हुनर को रिकार्ड कर प्रसारित कर सकेंगे।
इस दौरान राजू यादव, विश्वनाथ के. रेड्डी, समीर तिर्की, किर्ती कुसरो, पेन्टर जगमोहन यादव, दीप्ती सवाई, दीपक सोनी, अशोक साहू, राहुल ठाकुर, शुभम श्रीवास्वत, नरेश पंचोली सहित अन्य उपस्थित थे।