@ बलरामपुर//कमल साहू।।
आज पुरे देश में जहाँ एक तरफ़ कोविड संक्रमण के मद्देनज़र 73वां गणतंत्र दिवस बड़ी ही सतर्कता एवं कम लोगों की उपस्थित में मनाया जा रहा था वहीं सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिला अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल गैना में एक अलग ही नजारा देखा गया। यहाँ स्कूल प्रबंधन द्वारा लापरवाही दिखाते हुए प्रशासन के आदेशों को ताक पर रखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई है, पूरा मामला सैकड़ों की संख्या में छात्रों एवं ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित कर बिना मास्क व सोशल डिस्टेंस की अनिवार्यता के कोरोना संक्रमण को खुला निमंत्रण देनें का है।
छत्तीसगढ़ शासन व भारत सरकार नें कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए विभिन्न नियम व गाइड लाइन जारी किए हैं किन्तु इसके बावजूद भी शासकीय स्कूलों में गणतंत्र दिवस के दिन ऐसे खुले आम कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना करना बड़ी गंभीरता का मामला नज़र आ रहा है।
गैना शासकीय स्कूल में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान ऐसे खुले आम कोरोना गाइड लाइनों की अवहेलना करना बड़ी संख्या में कोरोना विस्फोट को न्योता देता नज़र आ रहा है, यहाँ कुछ लोगों के अलावा अधिकांश लोगों नें मास्क का प्रयोग तक नहीं किया है, कुछ जिम्मेदार लोगों द्वारा मास्क का प्रयोग भी केवल नाम मात्र के लिए किया गया है जिससे कोरोना से बचाव राम भरोसे है।
गंभीर चिंता की बात यह है की यहां कुछ शिक्षकों के द्वारा भी मास्क का प्रयोग गैर जिम्मेदाराना तरीके से केवल नाम मात्र के लिए किया गया है, ऐसे शिक्षक बच्चों को कोरोना गाइडलाइन से संबंधित नियमों का पालन तो दूर उसकी सही जानकारी भी शायद ही उपलब्ध कराते होंगे।
ऐसी गंभीर लापरवाही पर प्रशासन व जिम्मेदार लोगों द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है यह देखनें योग्य प्रकरण है, किन्तु ऐसी लापरवाही से होनें वाले कोरोना विस्फोट की जिम्मेदारी क्या स्कूल प्रबंधन लेगी यह एक बड़ा सवाल है।