@कनकी
मेरा नाम तेजराम साहू (किसान का पुत्र) पिता मोती राम साहू ,माता सतरूपा साहू (किसान) ग्राम पंचायत परसदा(क) का निवासी हुँ। मैं दिनांक 03/12/2021 को मैं अपने धान को लेकर विक्रय करने मंडी के नियमानुसार टोकन कटाकर पहुंचा।वहाँ मेरे धान को समिति द्वारा ख़रीदी लायक नही (नमी युक्त) है करके वापस किया गया और उसी समय मेरे धान से दुगुना(ज्यादा) नमी युक्त धान को खरीदा गया जो कि समिति के सदस्य का था, उसका सबूत भी मेरे पास है। इस के बाद समिति के सदस्यों द्वारा अपनी गलती मानते हुए मुझे बंद कमरे में बुलाकर अस्वत किया गया कि आगे ऐसा गलती हम (समिति वाले) नहीं करेंगे ।उसके बाद जब मैं घर वापस लौट आया। फिर मुझे पता चलता कि किसानों के सामने मेरा गलती बनाया जा रहा है तब समिति के लोगो द्वार यह मानते हुए पूनः अपनी गलती स्वीकार किया जाने लगा।फिर मैंने बोला कि जो गलती आप लोग बंद के अन्दर स्वीकार कर रहे हो ,वो अब किसानों के सामने करिये, तो इसके लिए मना किया गया । फिर मैंने कहा इसकी शिकायत आगे तक करूँगा औऱ फिर घर चला गया। उसके बाद मेरे गाँव के व्यक्तियो द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से मुझे मनाने की कोशिश किया गया और बार-बार मुझसे संपर्क (मोबाईल द्वारा) किया जाने लगा। और गॉव के लोगों के द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दिया जाने लगा।