@अर्जुन्दा
अक्सर आमतौर पर देखा जाता है कि जन्मदिन के अवसर पर लोग अपना जन्मदिन केक काटकर, मोमबत्ती बुझाकर होटल ढाबा में पार्टी देकर शराब पीलाकर मांसाहारी भोजन खिलाकर मनाते हैं।
लेकिन बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम डुड़िया के टंडन परिवार के मुखिया श्री चिंताराम टंडन व उनकी पत्नी श्रीमती सरस्वती बाई टंडन अपने पोती मिनाक्षी टंडन के पहले जन्मदिन पर पर्यावरण बचाने का अनोखा संदेश देंगे। उनका यह आयोजन पत्रिका के "हरित प्रदेश अभियान" से प्रेरित व पर्यावरण संरक्षण थीम पर रहेगा।
जिसकी तैयारी शुरू हो गई है। आयोजन में आने वाले मेहमानों को तोहफे में कपड़ा, मिठाई की जगह पौधे और कपड़े के थैले गिफ्ट किए जाएंगे।
लोगों से भी अपील की जाएगी कि हर खास मौके पर एक पौधा जरूर लगाएं और उनका संरक्षण करें। आयोजन के लिए जारी आंमत्रण कार्ड में भी अलग से "हरित प्रदेश अभियान"हरियर छत्तीसगढ़ व "एक कदम पर्यावरण की ओर" का भी संदेश दिया गया है। कार्ड को स्थानीय भाषा यानि छतीसगढ़ी में ही जारी किया गया है।
पालिथीन और प्लास्टिक मुक्त रहा आयोजन कागज के पत्तल और गिलास पर दिया भोजन
बच्ची की ओर से ही अपनी की गई है। कि मेरे जन्मदिन पर आप सभी को एक एक पौधा दें रही हूं।इसे लाकर शुद्ध आक्सीजन पाए। आयोजन में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होगा। प्लास्टिक मुक्त आयोजन का फैसला किया गया। सभी मेहमानों के लिए कागज के पत्तल और गिलास में भोजन और पानी देंगे।
बेटी के जन्म होने पर पौधे भेंट कर मां का किया गया था सम्मान
मिनाक्षी की मां श्रीमती प्रीति टंडन ने कहा कि जब मुझे प्रथम पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई तो ग्रीन कमाण्डों विरेन्द्र सिंह और पर्यावरण रक्षक यशवंत कुमार टंडन ने मुझे और मेरी बेटी मिनाक्षी टंडन को पौधे और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। और कहा कि बेटी होने पर हमें गर्व है यही बेटियां बड़ी होकर और शिक्षित बनकर माता-पिता समाज और देश का नाम रोशन करेंगी।बेटी देश समाज की शान है। बेटी पढे़गी विकास गढ़ेगी आज बेटियां हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधा मिलाकर काम कर रही है।
रचनात्मक कार्य से आएगा गांव में बदलाव:- संरपच ललिता भुआर्य
ग्राम पंचायत डुड़िया के संरपच श्रीमती ललिता भुआर्य ने कहा कि गांव में ऐसे रचनात्मक कार्यों और आयोजन से गांव में बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि आज समाज में ऐसे रचनात्मक कार्य और आयोजन होने चाहिए। ताकि गांव के लोगों में जागरूकता और एक सोच पैदा हो। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए और गांव को प्लास्टिक मुक्त, पालीथीन मुक्त बनाने के उद्देश्य से यह आयोजन किया जा रहा है। और गांव के लोगों भी इस अभियान में अपना योगदान दें। ताकि हमारा गांव प्लास्टिक मुक्त,और पालीथीन मुक्त बन सकें और प्रदेश तथा जिले में एक आदर्श गांव के रूप में जाना जाए।
लगातार चला रहे जागरूकता अभियान :- यशवंत टंडन
पर्यावरण रक्षक यशवंत कुमार टंडन ने बताया कि हमारे गांव में हम लोगों के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें रक्तदान जागरूकता अभियान, नशा मुक्ति अभियान,जल संरक्षण अभियान,स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण, माहवारी स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त, पालीथीन मुक्त जैसे उन्मुखीकरण कार्यक्रम का समय समय पर आयोजन किया जाता है। जिसमें युवाओं की भूमिका अहम होती है।