जनप्रतिनिधियों के शिकायत पर जांच अधिकारी हुए उपस्थित लेकिन सरपंच-सचिव रहे नदारद जांच में नहीं किये सहयोगI

जनप्रतिनिधियों के शिकायत पर जांच अधिकारी हुए उपस्थित लेकिन सरपंच-सचिव रहे नदारद जांच में नहीं किये सहयोगI

शशि रंजन सिंह

सुरजपुर/भैयाथान-बरौधी:-- ग्राम पंचायत बरौधी, जनपद पंचायत भैयाथान के उपसरपंच और जनपद सदस्य के द्वारा ग्राम पंचायत बरौधी के सरपंच बसंती किंडो और सचिव रामकुमार राजवाड़े पर भ्रस्टाचार करते हुए पैसा आहरण करने का आरोप जनपद सीईओ, एसडीएम, जिला सीईओ व जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की गई थी इसके मद्देनजर जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा जांच करने के लिए ग्राम पंचायत में जांच कर्ता भेजा गया।
जांच अधिकारी इनायत खान के द्वारा बताया गया कि ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के द्वारा कुछ महीनों पूर्व ग्राम पंचायत बरौधी के सरपंच और सचिव के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पैसा आहरण की शिकायत दर्ज की गई थी जिसका जांच करने में दिनाँक 9/10/2021 को उपस्थिति हुआ था लेकिन सरपंच उपस्थित नहीं हुआ और सचिव का जांच में कोई सहयोग नहीं मिला तो अगली तारीख 11/10/2021 का निर्धारित किया गया जो मैं जांच करने आया हूं जांचकर्ता के द्वारा आगे बताया गया कि ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं जो सरपंच और सचिव के द्वारा जांच अधिकारी के समक्ष पंचायत रजिस्टर, केश बुक, रसीद, वाउचर जैसे कई दस्तावेज प्रस्तुत करने होते है उनमे से कोई भी दस्तावेज सरपंच-सचिव के द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया और जांच टीम आने के बाद भी पंचायत भवन में हमेशा की तरह ताला जड़ा हुआ है जहाँ जांच में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रमीणों से मालूम हुआ कि ग्राम पंचायत के सरपंच बसंती किंडो अपनी मनमानी करते हुए
2 अक्टूबर को आयोजित विशेष ग्राम सभा में उपस्थित नहीं हुए जहां 2021-22 का बजट पेश कर आगामी वर्ष की कार्ययोजना तैयार होना था वही ग्राम सभा में उपस्थित  पंचायत सचिव रामकुमार राजवाड़े के द्वारा जनप्रतिनिधियों और जनता को कोई महत्व नहीं दिया गया। ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच के द्वारा प्रस्ताव पारित किए बिना विभिन्न कार्यो के नाम पर पैसा का आहरण किया गया है लेकिन ग्राम पंचायत बरौधी में न कही रोड़ पर मुरुम डाला गया, न हैंडपंपों का मरम्मत हुआ न बिजली के खंभों में स्ट्रीट लाइट लगी न ग्राम पंचायत भवन का लिपाई पुताई हुआ ना ही कोरोना का हाल में कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए सैनिटाइजर, माक्स या इससे संबंधित अन्य किट का वितरण किया गया। ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव पैसा का हरण कर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य, मरम्मत कार्य ग्राम पंचायत बरौधी में नहीं पाया गया है।

जांचकर्ता इनायत खान के द्वारा बताया गया कि सुरजपुर जिला के जनपद पंचायत भैयाथान के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत बरौधि के सरपंच और सचिव पर भ्रष्टाचार करने के लगे गंभीर आरोप का जांच पर उपस्थित जनता और जनप्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत बरौधि में सरपंच बसंती किंडो और सचिव रामकुमार राजवाड़े के द्वारा 289450 सरकारी राशि को गबन करने के आरोप लगाया गया है। सरपंच श्रीमती बसंती किंडो पति हेमंत किंडो और सचिव रामकुमार राजवाड़े के मिलीभगत से ग्राम पंचायत बरौधि के मूलभूत की राशि 289450 आहरण कर भ्रष्टाचार किए हैं जिसमें राम कवल पिता स्वर्गीय हीरोहित जाति चमार, खेलावन पिता स्वर्गीय शिवलाल जाति चमार, अमकेशवर पिता रामधन जाती रजवार निवासी ग्राम पंचायत बरौधि जिनको ₹12000 शौचालय का अनुदान राशि नहीं दिया गया है जबकि पूर्व सरपंच के द्वारा तीनों व्यक्तियों को ₹36000 के हिसाब में दिया गया था। सरपंच सचिव के द्वारा ₹35000 एस.बी.एम खाता से आहरण कर भ्रष्टाचार किया गया है, सरपंच सचिव के द्वारा कोरोना महामारी के समय पंचायत फंड से राशि निकाला गया लेकिन ग्राम वासियों को ना सैनिटाइजर दिया गया और ना ही माक्स का वितरण किया गया है सिर्फ पांच 5, 5 किलो चावल वह भी कुछ ही पब्लिक को दिया गया वही आज दिनांक तक हैंडपंप मरम्मत या अन्य कोई भी मूलभूत सुविधा ग्राम वासियों को नहीं दिया गया है वही कोरोना काल के समय दिनांक 19 मार्च 2020 को मिट्टी तेल ₹15. 16 पैसा की दर से प्राप्त किया था जिसको ₹28 प्रति लीटर की दर से वितरण किया जिसकी शिकायत अनुविभागीय दंडाधिकारी भैयाथान को किया गया था। वही ग्राम पंचायत बरौधि की सरपंच-सचिव के द्वारा जनवरी 2021 से आज दिनांक तक वृद्धा पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है जिसका वितरण नहीं होने के कारण हितग्राही परेशान है। ग्राम पंचायत बरौधि में पवन कुमार पिता सुरेश का कोरोन संक्रमण के कारण 8 या 9 जनवरी को मृत्यु हो गया था जिसका दफन कफन के लिए शासन के द्वारा ₹2000 सहायता राशि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है लेकिन आज दिनांक तक मृतक परिवार को सहायता राशि नहीं दी गई है।ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई प्रस्ताव पारित किए बिना 14 वा वित्त और 15 वा वित्त की राशि व मूलभूत की राशि का आहरण कर लिया गया है।

अब देखना यह होगा कि जांच अधिकारी इनायत खान के द्वारा जांच रिपोर्ट जब अधिकारियों को सौंपी जाती है तो इसको लेकर उच्च अधिकारियों के द्वारा ग्राम पंचायत सरपंच सचिव के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जाती है या फिर इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
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