Balod :- आज राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस...राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक करते हैं रक्तदान, दूसरों को भी कर रहे प्रेरित व जागरूक...-

Balod :- आज राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस...राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक करते हैं रक्तदान, दूसरों को भी कर रहे प्रेरित व जागरूक...-

PIYUSH SAHU (BALOD)

मानव जीवन बचाने और खुद को स्वस्थ रखने रक्तदान जरूर करना चाहिए

@अर्जुन्दा
 राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों ने लोगों को रक्तदान के फायदे बताकर लोगों को रक्तदान करने लिए प्रेरित व जागरूक किया।

स्वैच्छिक, अवैतनिक रक्तदान के उपहार से मानव जीवन बचाने वालों को धन्यवाद देने, जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त और उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा और उपलब्धता सुनिश्चित करने नियमित रक्तदान की आवश्यकता बढ़ाने 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है।

रक्तदान करने से शरीर को होते हैं कई फायदे:- स्वंय सेवक यशवंत टंडन

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक यशवंत कुमार टंडन ने कहा कि रक्तदान से रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव भी पड़ता है।
रक्तदान, रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है। दुःख की बात यह है कि हम में से ज्यादातर लोगों को इन फायदों के बारे में पता नहीं है। 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। बस इसके लिए जरूरी है कि वह स्वस्थ हो और कुछ मानकों को पूरा करता हो अगर आपको कोई बीमारी है आप कोई दवा ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि रक्तदान से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ले लें और रक्तदान के लिए हो रही जांच के समय पूरी जानकारी दें। हीमोग्लोबिन का स्तर सही हो और सेहत के मानक पर खरे उतरने की स्थिति में महिलाएं भी रक्तदान कर सकती हैं मगर मासिक धर्म, गर्भावस्था और स्तनपान की स्थिति में महिलाओं को रक्तदान से बचना चाहिए।
वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक यशवंत कुमार टंडन अभी तक दो बार स्वैच्छिक रूप से रक्तदान कर मानवता व साहसी युवा का परिचय देते हुए रक्तदान कर चुके हैं और यह कार्य आगे हमेशा भी जारी रहेगा।

रक्तदान करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है :- स्वयं सेविका पल्लवी बारले :- 

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेविका पल्लवी बारले ने बताया कि आमतौर पर लोगों के दिमाग में गलत धारणा होती है कि रक्तदान से शरीर में बीमारी आती है इससे शरीर कमजोर पड़ जाता है या फिर इससे एचआईवी होने का खतरा बना रहता है। खून का दान करना हमेशा से ही अच्छा माना गया है इस दान से लोगों की जिंदगी बचती है लेकिन आमतौर पर लोगों के दिमाग में गलत धारणा होती है कि रक्तदान से शरीर में बीमारी आती है आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं होता, रक्तदान से शरीर को नुक्सान नहीं बल्कि कई फायदे होते हैं। और हां खून का दान करने के ना सिर्फ शरीर को लाभ होते हैं बल्कि मानसिक संतुष्टि भी मिलती है, कि इस एक कदम से किसी की जान बच पाई।

मिथकों को तोड़े बेफ्रिक होकर करें रक्तदान:- स्वंय सेविका दामिनी टंडन :- 

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेविका दामिनी टंडन ने कहा कि रक्तदान करने से हार्ट अटैक कि आशंका कम होती है क्योंकि रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, इससे खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा टल जाता है।
खून का दान करने से वजन कम करने में मदद मिलती है इसीलिए हर साल कम से कम 2 बार रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान से शरीर में एनर्जी आती है क्योंकि दान के बाद नए ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर में स्फूर्ति व तन्दरूस्ती आती है।
ब्लड डोनेट करने से लिवर से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।शरीर में ज्यादा आइरन की मात्रा लिवर पर दबाव डालती है और रक्तदान से आइरन की मात्रा बैलेंस हो जाती है।

रक्तदान करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें :- स्वंय सेविका दीपिका देशलहरे :- 
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेविका दीपिका देशलहरे ने कहा कि रक्तदान 18 साल की उम्र के बाद ही करें। रक्तदाता का वजन 45 से 50 किलोग्राम से कम ना हो। रक्त देने से 24 घंटे पहले से ही शराब, धुम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें।
खुद की मेडिकल जांच के बाद ही रक्तदान करें और डाॅक्टर को सुनिश्चित करें कि आपकों कोई बीमारी ना हो। रक्त के दान करने से पहले अच्छी नींद लें तथा हुआ खाना और आइसक्रीम अवाॉइड करें।
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