ऐसे में वहां पर एक दिलचस्प मामला सामने आया, जहां एक महिला भिखारी के पास लाखों रुपये बरामद हुए हैं। हालांकि पूरी राशि छोटी करेंसी में थी, ऐसे में प्रशासनिक टीम को उसे गिनने में काफी वक्त लग गया।
जर्जर झोपड़ी थी ठिकाना :
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक राजौरी जिले के नौशेरा में एक महिला रहती है, जो लंबे वक्त से भीख मांगकर अपना गुजारा कर रही। वो आमतौर पर बस स्टैंड के आसपास दिखाई देती थी। हाल ही में प्रशासन ने भिखारियों को आश्रय गृह में शिफ्ट करने की योजना बनाई।
इसके लिए नगर समिति की एक टीम का जिम्मेदारी सौंपी गई। किसी तरह खोजबीन के बाद टीम को पशु अस्पताल के बाहर एक जर्जर अस्थायी झोपड़ी मिली, लेकिन जब उन्होंने सामान उठाना शुरू किया, तो उनके होश उड़ गए।
कई जगहों पर थे पैसे :
झोपड़ी के अंदर कई जगहों पर सिक्के और नोट भरे मिले। आनन-फानन में टीम ने इसकी सूचना मजिस्ट्रेट को दी। मामले में राजौरी के अतिरिक्त उपायुक्त सुखदेव सिंह सम्याल ने बताया कि बस स्टैंड और आसपास के इलाकों की सड़कों पर भिखारियों को चिह्नित किया जा रहा है, उसी में ये मामला सामने आया।
महिला की झोपड़ी में इतनी रकम मिलने के बाद मजिस्ट्रेट को पुलिस दल के साथ मौके पर भेजा गया, जिनकी निगरानी में ही पैसों की गिनती हुई।
3 दशक से है वहां :
अधिकारियों के मुताबिक घंटों की मेहनत के बाद 2,58,507 रुपये की गिनती हो पाई। खबर लिखे जाने तक कुछ सिक्कों को गिनती बाकी भी थी। वहीं महिला के पास से इतनी रकम मिलने के बाद लोग हैरान हैं।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि वो महिला 3 दशक से बस स्टैंड के आसपास के इलाके में टहलती थी। उसके बारे में कोई कुछ नहीं जानता कि वो कहां से आई और कौन है। बस लोग उसे असहाय समझकर उसकी मदद करते थे।