इसी बात को लेकर हुए विवाद में युवकों ने पहले तो पड़ोसी को पीटा। घटना 2 जून की है। जब बीच-बचाव करने उसकी बूढ़ी मां आई तो इसे भी आरोपियों ने लात-घूसों से मारा, इतना मारा की वहीं बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
इसके बाद दोनों ने महिला के घर वालों को धमकाया और शव को दफना कर अंतिम संस्कार करवा दिया। मगर पुलिस को कुछ लोगों ने खबर कर दी अब आरोपी छेदन मरावी और इसका भाई गोविंद मरावी गिरफ्तार किए जा चुके है।
जब लाश से मिला हत्या का सबूत :
पुलिस को मुखबीर ने खबर दी कि 60 साल की जंती बाई मरावी की संदिग्ध मौत हुई और घरवालों ने लाश को दफना दिया। शुक्रवार को पुलिस इस सिलसिले में छानबीन करने खरोरा के मांठ गांव के आदिवासी मुहल्ला पहुंची। यहां जंती के घर वालों का गोल-मोल जवाब शक पैदा कर रहा था। पुलिस की टीम ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकलवाया, लाश पर चोट के निशान थे।
यही आरोपियों की गिरफ्तारी का कारण और हत्या का सबूत बना, शव का पोस्ट्मॉर्टम कराया गया जिसमें मृत्यु का कारण अंदरूनी चोट होना पता चला। तब घर वालों ने 2 जून की रात को हुई मारपीट का खुलासा किया, गांव में ही मौजूद छेदन मरावी व गोविंद मरावी को गिरफ़्तार किया गया।
पिटाई बेटे की कर रहे थे बीच में मां आ गई :
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि ये आरोपी मृतिका के बेटे के साथ मारपीट कर रहे थे। उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। पूछताछ के दौरान छेदन और गोविंद ने कहा कि जंती का बेटा विजय हमारे घर की लड़की से फोन पर बातें किया करता था। छुपकर मिला करता था, हमें ये पसंद नहीं था।
पहले भी इसी बात पर विवाद हो चुका था। हम इसी बात को लेकर जंती के घर गए थे। तब वहां उसके बेटे से मारपीट हो गई। बीच में आने की वजह से जंती पर हमने हमला किया। पुलिस ने अब इन्हें जेल भेज दिया है।