@ रायपुर // CNB LIVE NEWS ।।
पात्र/ अपात्र सूची से लेकर अंतिम चयन सूची में नाम नही, पर सीधी नियुक्ति आदेश में नाम :-
चहेते को लाभ दिलाने तीसरी बार गोपनीय दावा आपत्ति कर एक ही दिन आमंत्रण/निराकरण और सीधा नियुक्ति आदेश :-
रायपुर संभागीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉक्टर प्रशांत श्रीवास्तव द्वारा स्टाफ नर्स भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार कर चहते को लाभ दिलाने और बिना मेरिट सूची में नाम के, नियुक्ति आदेश जारी करने का आरोप लगाया गया है, जिस पर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छ. ग. ने संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बांसोड़ से जांच कर दोषी अधिकारी की निलंबन की मांग किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता और प्रदेश सचिव प्रवीण ढीड वंशी ने बताया की रायपुर और दुर्ग संभाग के 92 पदो पर स्टाफ नर्स की भर्ती किया जाना था, जिसमे 23 मई 2021 को अंतिम मेरिट चयन सूची और प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई जिसमे अंतिम चयनित अभ्यर्थियों की सूची थी, उसके बाद दिनांक 27 मई 2021 को नियुक्ति आदेश संभागीय संयुक्त संचालक रायपुर द्वारा जारी किया गया, आदेश जारी होने के बाद गड़बड़ी सामने आई, आदेश के सरल क्रमांक ४० में ऐसे अभ्यर्थी का नाम है, जिसका नाम ना ही काउंसलिंग में दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए आया है , और ना ही दस्तावेज सत्यापन के बाद जारी पात्र/अपात्र की सूची में है और ना ही अंतिम चयनित मेरिट सूची में है। जिस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने पात्र अभ्यर्थी का नाम सूची से हटाकर अपने चहेते अभ्यर्थी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने और नियमविरुध तरीके से भर्ती करने पर उच्च स्तरीय जांच की मांग किया है और साथ ही संभागीय संयुक्त संचालक प्रशांत श्रीवास्तव के निलंबन की मांग की है। संघ के संभाग अध्यक्ष सुरेश पटेल ने कहा है की इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात संघ के प्रतिनिधियों द्वारा किया जायेगा।