@बलरामपुर//कमल चंद साहू।।
कल प्रिंट मीडिया में प्रकाशित खबर का बलरामपुर जिला अस्पताल प्रबंधन ने फोटोग्राफ एवं प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए खंडन किया है अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों के भटकने के कथन को भी व्यर्थ बताया है।
जिला अस्पताल में सार्वजनिक सुचना पटल पर ओपीडी के सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं चिकित्सा अधिकारियों के नाम योग्यता और संपर्क नंबर मौजूद हैं।
कोरोना संक्रमण के दौरान भी बलरामपुर जिला अस्पताल में पिछले 3 माह में 68 मेजर ऑपरेशन जिसमें अस्थि रोग के 53 सफल मेजर ऑपरेशन हुए हैं एवं 15 जनरल सर्जरी के ऑपरेशन हुए हैं।
बलरामपुर जिला अस्पताल में कोई भी सहायता एवं शिकायत हेतु अस्पताल में पदस्थ अधिकारियों के संपर्क नंबर हैं सार्वजनिक।
बलरामपुर जिला अस्पताल में मरीजों को कोई भी सहायता एवं शिकायत हेतु अस्पताल में पदस्थ चिकित्सा अधिकारियों के संपर्क नंबर सार्वजनिक है कोई भी मरीज सहायता अथवा शिकायत हेतु अधिकारियों से संपर्क कर सकता है।
बलरामपुर जिला अस्पताल में ओपीडी एवं ओटी सेवाओं के लिए भी ओपीडी गेट पर मरीजों की जानकारी हेतु लगा है सार्वजनिक बोर्ड।
जिला अस्पताल में ओपीडी एवं ओटी दिवस पर सेवाओं के लिए भी सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं चिकित्सा अधिकारियों के ओपीडी के बाहर मरीजों कि सुविधा एवं जानकारी हेतु सार्वजनिक बोर्ड लगा हुआ है जिससे मरीजों को जानकारी मिल जाती है।
जिला अस्पताल में मरीजों कि सुविधा के लिए मुख्य द्वार से सभी विभागों तक आसानी से पहुंचने हेतु फ्लोर पर कि गई है रेडियम मार्किंग
बलरामपुर जिला अस्पताल में यहां चिकित्सकीय सहायता हेतु दूर दराज से पहुंचने वाले मरीजों के लिए अस्पताल के मुख्य द्वार से सभी विभागों तक आसानी से पहुंचने हेतु फ्लोर रेडियम मार्किंग कि गई है।
जिला अस्पताल में कोविड 19 के भारी संक्रमण के दौरान भी विगत 3 माह में 68 मेजर ऑपरेशन(अस्थि रोग के 53व जनरल सर्जरी के 15 केस) 13810 की ओपीडी 59 गंभीर नवजात बच्चों का एसएनसीयू में इलाज 138 मरीजों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन के साथ दिनांक 11-05-2021 से 20 बेड कोविड आईसीयू का संचालन भी हो रहा है जिसमें अबतक 52 मरीजों का इलाज एवं 7 गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित प्रसव कराया जा चुका है।
अस्पताल में आपातकालीन विभाग 24 घंटे रहता है संचालित :
अस्पताल प्रबंधन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ओपीडी पंजीयन केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक एवं आपातकालीन विभाग 24×7 संचालित रहता है जहां चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ, ड्रेसर, वार्ड ब्वॉय, वार्ड आया तथा सुरक्षाकर्मी अपने कार्य स्थल पर उपलब्ध रहते हैं एवं ऑन ड्यूटी चिकित्सक द्वारा आवश्यकता अनुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श कर इलाज किया जाता है।