@रायपुर//पीयूष साहू।।
रायपुर के कबीर नगर में मारपीट का एक मामला सामने आया है जहाँ देवेंद्र नारायण वर्मा (पीड़ित) जो की कबीर नगर के अटल आवास में ब्लॉक नंबर 22 रूम नंबर 428 में रहता है एवं राजमिस्त्री का काम करता
है उसके साथ बीते शुक्रवार दिनांक 21/05/2021 को शाम के 9:30 बजे घटी है। कथित तौर पर पीड़ित उस समय अपने घर के दरवाजे के पास बैठा था और मोबाइल पर गाना सुन रहा था उसके ठीक पीछे कुछ पड़ोसी जो की सब्जी का धंधा करते हैं वह भी मौजूद थे, उसी समय बादल श्रीनिवास नामक व्यक्ति अपनें मोटरसाइकिल से पीड़ित देवेंद्र के दरवाजे के पास आकर रुका एवं गाली-गलौज करनें लगा। ज़ब पीड़ित देवेंद्र नें पीछे मुड़कर देखा एवं बादल श्रीनिवास को बोला की "भाई आप यहां पर गाली गलौज क्यों कर रहे हो" तो बादल को उक्त बात पसंद नहीं आई और उसनें सीधे देवेंद्र के ऊपर हाथ उठा दिया।
देवेंद्र नें ज़ब अपनी जान बचाने वहां से भगाने की कोशिश की तब बादल नें अपने भाई सागर श्रीनिवास को भी लोहे का रिंग व रॉड लेकर घर से लाया गया जिसके बाद दोनों भाइयों नें मिल कर पीड़ित देवेंद्र नारायण की बेदम पिटाई की गई, पिटाई से बेहोश हो जाने पर आस पास के लोगों नें बीच बचाव किया और बेहोश देवेंद्र को अस्पताल लाया गया।
ज़ब घायल बेशुद पड़े देवेंद्र को एंबुलेंस बुलाकर एम्स हॉस्पिटल पहुंचाया गया तब एम्स में बेड खाली नहीं होनें व वेंटिलेटर ही नहीं होनें की बात बोल "इलाज कराना है तो कराओ या तो फिर दूसरे जगह ले जाओ" बोला गया जिसके बाद देवेंद्र के दोस्तों नें उसे बालाजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहाँ रात करीब 4:30 बजे पीड़ित देवेंद्र को होश आया।
इस मामले में जानकारी यह भी मिली की मारपीट करनें वाले भाइयों के पिता द्वारा देवेंद्र को सरकारी हॉस्पिटल से प्राइवेट में ले जानें एवं सारा खर्चा वहन करनें की बात बोली गई थी जबकि दूसरे दिन ही वे हॉस्पिटल से गायब हो गए, पीड़ित नें आगे कहा की "मैं गरीब आदमी हूं रोजी मजदूरी करता हूं तो खा पाता हूं, नहीं तो भूखा सोता हूं. इस ख़बर के माध्यम से थाना कबीर नगर और आम नागरिकों को यह मैसेज देना चाहता हूं की आज मेरे साथ जो हुआ वह आइंदा किसी के साथ ना हो और मैं थाना कबीर नगर के माननीय थानेदार साहब से अनुरोध करता हूं की जो मेरे ऊपर रोड और सरिए से हमला किए, उस अपराधी सागर और बादल को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके मेरे ऊपर हुए अत्याचार का मुझे मुआवजा दिलाने का कृपा करें।"
अब उक्त मामला प्रकाश में आने के बाद देखना है की प्रशासन एवं क़ानून मामले में क्या कार्यवाही करती है।