@गरियाबंद//कमल चंद साहू।।
ओड़िसा से आए 55 हाथियो का दल पिछले एक वर्ष से लगातार अलग अलग दल बनाकर पूरे गरियाबंद जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए किसानों के द्वारा लगाए गए फसल और खेतों में लगे बोर मशीन को तो नुकसान पहुचा ही रहे है वही इनके द्वारा गरियाबंद जिले में तीन से चार लोगों को मौत के घाट भी उतारा जा चुका है।
ज्ञात हो की ओड़िसा राज्य से आए 55 हाथियो के दल में एक हाथी में कॉलर आईडी लगा हुआ है जिससे वे हाथियो का दल किस जिले के कौन से जंगल मे है उसका पता चलता है।
लेकिन वर्तमान में ये हाथियो का दल तीन हिस्सों के बात गया जिसके चलते कॉलर आईडी लगे हाथियो की टोली का पता तो चल जाता है लेकिन बाकी हाथी कहा है इस बात की जानकारी हाथी कि प्रवेश करने पर उस क्षेत्र के लोगो के द्वारा पता चलता है।
इसी तरह आज बुधवार को एक हाथी भटकता हुआ फिर गरियाबंद वन परिक्षेत्र के बारुका सर्कल में प्रवेश कर गया है ,जो धमतरी जिले के मोहेरा ग्राम से होते हुए आज दोपहर में पैरी नदी को पार कर ग्राम बहेराबुड़ा ग्राम के पठार की ओर देर शाम को पहुंचा है।
वही हाथी के आने की जानकारी होते हो सहायक परिक्षेत्र अधिकारी लोकेश चौहान अपने विभागीय टीम के साथ उस क्षेत्र में पहुचकर ग्रामीणों को सतर्क कर रहे है।