@बलरामपुर// कमल चंद साहू।।
1 मई से 18 वर्ष ऊपर वालों का टीकाकरण के लिए प्राथमिकता
छत्तीसगढ़ सभी नामांकित स्वास्थ्य केंद्र कोरोना कोविड-19 का वैक्सीन टीकाकारण जोरशोर से किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में भी कोरोना Covid 19 का वैक्सिनेशन काफी जोर शोर से किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने लोगों से अपील किया जा रहा है कि समस्त व्यक्ति जिनका उम्र 45 से ऊपर हैं टीकाकरण अवश्य करा लें। ऐसा ही बलरामपुर जिले के समस्त हॉस्पिटलों कथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंट्रल में भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बलरामपुर जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सरना में भी कोरोना कोविड-19 का टीकाकरण काफी जोर-शोर से किया जा रहा है। यहां पर लोगों ने काफी जोर शोर के साथ उत्साहित भाव से टीकाकरण में अपना टीका लगवा रहे हैं।
कमल चंद साहू सीएनबी लाइव न्यूज़ सरगुजा संभाग ब्यूरो न्यूज़ रिपोर्टर ने भी कोरोना कोविड-19 का दूसरा डोज आज वैक्सीनेशन टीकाकरण हो गया है। लोगों से आग्रह किया गया है कि वह सभी व्यक्ति जिनको कोरोना टीका करण के लिए प्राथमिकता बनता है। सभी लोग स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर टीकाकरण लगवाएं। किसी भी तरह का अफवाह के चक्कर में ना आए। सत प्रतिशत टीकाकरण मे भाग लें। 1 मई से 18 से ऊपर वालों का टीकाकरण किया जाना है। इस टीकाकरण में भी सभी युवाओं से आग्रह है कि बढ़ चढ़कर कोविड-19 का टीका लगाएं। मेरा कोविड-19 का पहला डोज 30 मार्च को लगा था। आज 28 अप्रैल 2021 को कोविड-19 का दूसरा टीका लगा है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में कोविड 19 वैक्सीन अत्यधिक असर कारक है यह साबित हो चुका है। लेकिन कुछ लोगों के मन में यह भ्रांति है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद संक्रमित हो रहे हैं जो कि पूरी तरह गलत है। डाॅ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सक डाॅ ओ पी सुंदरानी इस बात को पूरी तरह नकारते हैं। उनका कहना है कि अभी संक्रमण फैला हुआ है और बहुत से ऐसे लोग भी है जो संक्रमित हो चुके हैे लेकिन बिना लक्षण के हैं और उसी समय वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा रहे हैं। यह केवल संयोग की बात है कि वैक्सीन लगने के बाद उनमे लक्षण आने लगे और जांच कराने पर पाजिटिव आ रहे हैं। लेकिन वे वैक्सीन की दूसरी डोज से पाॅजिटिव नही हुए बल्कि उनका लगवाने के 4-5 दिन पूर्व ही संक्रमित हो चुके होंगे और उनमें लक्षण नही नजर आए होंगे। कोरोना के लक्षण स्पष्ट रूप से सामने आने में ही 4-5 दिन लगते हैं और इस बीच वैैक्सीन लगवा ली तो ऐसा लगता है कि दूसरी डोज के बाद संक्रमित हो गए जबकि ऐसा बिल्कुल नही है। वैक्सीन की दोनो डोज से शरीर का इम्यून सिस्टम और मजबूत होता है इसलिए सभी लोगों को जिन्होने कोरोना Covid 19 की पहली डोज ली है, उसके 6से 8 सप्ताह में दूसरी डोज और कोवैक्सीन की पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज अवश्य लेना चाहिए ।
यूनीसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ.श्रीधर ने कहा कि वैैक्सीन की दोनो डोज लगाने के बाद संक्रमित होने के मामले बहुत कम आए हैं। आई सी एम आर ने आंकड़े जारी किए कि कोवैैक्सीन की दोनो डोज लगने के बाद केवल 0.04 प्रतिशत पाजिटिव आए और कोविशील्ड की दोनों डोज के बाद केवल 0.03 प्रतिशत पाजिटिव आए जो कि नगण्य है। उसके मुकाबले ऐसे लोग अत्यधिक संख्या में संक्रमित हुए हैं जिन्होने वैक्सीन की एक भी डोज नही ली।
उन्होने कहा कि वैैक्सीन ,संक्रमण से 100 प्रतिशत सुरक्षा नही देती, यह पहले ही विशेषज्ञों ने बताया है कि वैक्सीन 70 से 80 प्रतिशत प्रभावी है। वैक्सीन कोरोना वाइरस को शरीर में प्रवेश करने से नही रोक सकता ,उसके लिए हमे कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करना ही होगा। वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद संक्रमण होने पर गंभीर स्थिति की संभावनाएं या अस्पताल में भर्ती होने की संभावना न्यूनतम रहती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन की पहली डोज से 6से 8 हफ्ते में दूसरी डोज लगा लेना चाहिए। दूसरी डोज लगाने के 14 दिन बाद शरीर में एंटीबाडी बनती है और हमारा प्रतिरक्षात्मक तंत्र मजबूत होता है। फिर भी मास्क लगाना, भीड़ से बचना और हाथों को नियमित रूप से साबुन पानी से धोना आवश्यक है।
कोरोना covid-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में हर एक व्यक्ति का प्रथम कर्तव्य होता है l हिसाब से प्राथमिकता देते हुए बलरामपुर कलेक्टर ने समस्त लोगों से टीका लगाने के लिए प्रेरित करने तथा लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक ले जाने के लिए अपील किया गया है। कुछ लोगों ने इस कार्यक्रम में सभी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को अपनी स्वेच्छा से प्रेरित होकर इस कार्य में अपना अहम योगदान दे रहे हैं। कोरोना टीकाकरण के लिए सरपंच पंच जनप्रतिनिधि तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मितानिन आदि लोगों ने अपनी योगदान दें। जिससे कोरोना महामारी से निजात पाया जा सके।