@लखनपुर//सत्यम साहू।।
थाना क्षेत्र के सरहदी ग्राम चैनपुर सहित रेण नदी से लगे जमगला तराजू कवलगिरि,जेजगी, बगदर्री नदी किनारे के गांवों से अवैध रेत खनन कर परिवहन किये जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। पूर्व के तत्तकालीन एस डी एम आकाश चिंकारा ने ताबड़तोड़ कारवाही करते हुए रेत माफियाओं के उपर पूर्ण रूपेण अंकुश लगा दिया था परन्तु उनके तबादला के बाद पुनः अवैध रेत का कारोबार आरंभ हो गया है। जिसमें जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की मौन सहमति भी साफ झलकने लगी है।
इन्हीं अव्यस्थाओ को लेकर चैनपुर ग्रामवासियों तथा रेत माफियाओं के बीच अन्तरद्वंद छिड गई है। ग्रामवासियों का कहना है कि अवैध रेत परिवहन के कारण गांव के बीच बने सडक की स्थति दिन ब दिन बदतर होते जा रहे है। सड़क की दुर्दशा ही नहीं वरन हम गांव वासियों के जानोमाल के हिफाजत का भी सवाल है । दिन-रात अवैध रेत परिवहन से उड़ने वाले धूल के गुब्बार से गांव के लोग परेशान हैं वहीं हमेशा अनदेखे सड़क दुघर्टना होने की संभावना बनी रहती है। पर्यावरण प्रदूषित होने कारण लोग बिमार पड़ने लगे हैं।
इन्हीं सब बातों को लेकर ग्रामवासियों ने एक जुटता दिखाते हुए 25 अप्रेल को पेड़ काट कर सड़क जाम किये थे। राजस्व एवं पुलिस अमला ने अवैध रेत परिवहन में लगे वाहनों को जप्त करने कार्यवाही भी की थी । परन्तु हालात में सुधार नहीं हुआ जब तस्करों के खिलाफ़ ग्रामवासियों ने आवाज उठाने शुरू किये तो रेत माफियाओं ने गांव के महिलाओं को ही उठा ले जाने की धमकी देने लगें।
लिहाजा ग्राम चैनपुर वासियों ने 28 अप्रैल को थाना लखनपुर पहुंच धमकी देने वाले रेत तस्करों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया है। रेत माफिया एवं ग्रामवासी आमने सामने हैं, पुलिस इसमें क्या कार्यवाही करती है समय पर ही ज्ञात हो सकेगा।
बहरहाल थाना प्रभारी शिशिर कांत सिंह का कहना है कि - रेण नदी किनारे रेत निकाले जाने वाले तमाम ठिकानों को प्रशासन स्तर से ठेका पर दे दिया गया हैऔर यदि महिलाओं को उठाने की बात कही जा रही है तो ठेकेदारों को तलब करते हुए उच्चाधिकारियों से मुद्दे पर जिरह होगी और जांच की जाएंगी।