Chhattisgarh : पावर हाउस होने के बावजूद भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहे हैं प्रकाश यह कैसी समस्या है जहां सुविधा होने के बाद भी नहीं मिल रहा है... खबर में पढ़िए विस्तार से...-

Chhattisgarh : पावर हाउस होने के बावजूद भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहे हैं प्रकाश यह कैसी समस्या है जहां सुविधा होने के बाद भी नहीं मिल रहा है... खबर में पढ़िए विस्तार से...-

PIYUSH SAHU (BALOD)
@ बलरामपुर// कमल चंद साहू।।
प्रदेश के उत्तर दिशा में अंतर्राज्यीय सीमा पर लगा हुआ सरगुजा संभाग के  अंशतः भाग मे पिछले 8 अप्रैल से मौसम का बहुरूपिया आसार देखने को मिल रहा है। इन दिनों संभाग के जिला बलरामपुर में गरीब तबकों के लोगों को काफी आर्थिक क्षति की असर देखने को मिल रहा है। खामियाजा मौसम का प्रतिकूल प्रभाव का कारण है। इन दिनों आंधी तूफान के कारण किसानों के खेतों में लगे आम के पेड़ों से फल काफी मात्रा में जमीन पर गिर कर नष्ट हो गया। हमारे देश में अधिकांसतः जनता कृषि पर आधारित है जो कि 80% लोग कृषि पर आश्रित हैं जिसमें  आम के फलों पर भी अधिकांसतः किसान आश्रित रहते हैं। ग्रामीण इलाकों में खेती-बाड़ी कर अपने जीवन यापन करते हैं। ऐसी स्थिति में इन गरीब बेसहारों को कौन सहारा दे सकता है। शासन प्रशासन ने तो क्षतिपूर्ति का आश्वासन भी दे दिया जाता है परंतु किसी भी किसान को यह राशि मुआवजा प्राप्त नहीं होता है यह सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहता है। इसका जीता जागता प्रमाण पिछले वर्ष का देखने को मिल जाएगा। यह पुख्ता प्रमाण पटवारियों के द्वारा व कायदे फोटो प्रूफ के साथ गिरे हुए आंधी तूफान से आम के पेड़ों का फोटो तथा अन्य पेड़ों का फोटो जिसमें फल लगा हो टूट गया हो उसकी मुआवजा का मिलने का नाम से फोटो तो ले लिया गया था फार्म में चिपकाया गया था परंतु 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी बलरामपुर जिला का ग्राम पंचायत सरना का यह मुआवजा किसानों का बना था लेकिन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। क्षतिपूर्ति के संबंध में पटवारी के माध्यम से कागजी कार्यवाही किया गया था जोकि पटवारी के माध्यम से यह भी बोला गया था की यह कागज तहसील में जाएगा और वहां से जिसका जिसका मुआवजा राशि लिखवाया जा रहा है उसको वहां कार्यालय में बुलाया जाएगा व कायदे सूचना दिया जाएगा इसके पश्चात वहां जिस एवरेज में क्षति हुआ होगा उसके अनुसार मुआवजा राशि मिलेगा लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि आज दिनांक तक किसी भी तरह का ना तो तहसील कार्यालय में मुआवजा के संबंध में बुलाया ही गया और नहीं आज पर्यंत तक मुआवजा की कुछ भी राशि नसीब नहीं हो सका है।
बड़ा गजब की बात तो अब यह बनती है की इस वर्ष 2021 में क्या शासन द्वारा पुनः क्षतिपूर्ति से संबंधित कागजी कार्यवाही होता है या नहीं होता है ? और होता भी है तो  मुआवजा मिलता भी है या पिछले वर्ष की तरह कागजों तक ही सीमित रह जाता है ?

आंधी तूफान के कारण आज बलरामपुर जिले के लगभग 5 ब्लॉकों में लाइट भी कट गया है यह लाइट कटने का कारण लाइनमैन के द्वारा प्रतिनिधि ने जानने की कोशिश की तो उन्होंने मोरम के आसपास खराबी का कारण बताया गया।
बाहर हाल आंधी तूफान ने सभी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। आज की रात्रि चारों तरफ अंधकार ही अंधकार छाई हुई है उजालों का नामोनिशान नहीं है। लाइनमैन के द्वारा बोला गया कि जल्द ही सुधार होने की संभावना है। इसलिए गरीबों को पग पग पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
To Top