तलाशी चल ही रही थी कि अचानक उनमें से एक ने गैस छोड़ी। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि यह शख्स बेंच से उठा और जानबूझकर तेज आवाज में पुलिसवाले के सामने पाद छोड़ी। इसके बाद शख्स पर पुलिस ने 500 यूरो यानी करीब 44 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। लेकिन अब इस मामले को अदालत में चुनौती देने के बाद आरोपी शख्स को थोड़ी राहत मिली और जुर्माने की राशि को घटाकर 100 यूरो यानी करीब 9 हजार रुपये कर दिया गया है।
पोर्टल ladbible.com की खबर के मुताबिक, इस शख्स पर विएना पुलिस ने भड़काऊ तौर पर सार्वजनिक शालीनता भंग करने के कारण ये जुर्माना लगाया गया था।
जुर्माने की राशि के खिलाफ शख्स ने कोर्ट में यह दलील दी थी कि पादना एक जैविक प्रक्रिया है और अगर यह जानबूझकर भी किया गया हो तभी इसे अभिव्यक्ति की आजादी के तौर पर स्वीकार किया जाना चाहिए।
कोर्ट ने इस शख्स को थोड़ी राहत दी और जुर्माने की राशि घटाकर 500 से 100 यूरो कर दी। दरअसल, कोर्ट ने इस शख्स की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जुर्माने की राशि कम की। साथ ही कोर्ट ने यह भी देखा कि शख्स का पिछला कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है।