International Woman's Day : आज के दिन पूरे विश्व में किया जाता है महिलाओं का सम्मान... यह है इसके पीछे की कहानी...

International Woman's Day : आज के दिन पूरे विश्व में किया जाता है महिलाओं का सम्मान... यह है इसके पीछे की कहानी...

@दिल्ली//सीएनबी लाईव।। 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर में करीबन पिछले 100 से अधिक वर्षों से मनाया जा रहा है। यह खास दिन हर साल 8 मार्च को सेलिब्रेट किया जाता है। इसमें “अतीत का जश्न मनाने, भविष्य की योजना बनाने“ का एक विषय होता है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्या है और यह कब होता है? हर साल 8 मार्च को होने वाला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं और उनकी उपलब्धियों का वैश्विक उत्सव है। यह एक दिन भी है जो दुनिया भर में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, महिलाओं के जीवन में सुधार लाने और लिंग समानता (पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता) बढ़ाने पर केंद्रित अभियानों को उजागर करता है।

1996 से प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को एक थीम के रूप में सेलिब्रेट किया जा रहा है। इनमें सबसे पहला “अतीत का जश्न मनाने, भविष्य की योजना बनाने” के बारे में था। जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 का विषय “चुनौती का चयन” है। इस साल इस थीम को चुनने के पीछे विचार यह है कि “एक चुनौतीपूर्ण दुनिया एक सतर्क दुनिया है और चुनौती से परिवर्तन आता है”।

महिला दिवस का इतिहास काफी पुराना है। इस दिन की शुरूआत सबसे पहले साल 1909 में हुई थी। उस समय अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर, यह दिवस सबसे पहले 28 फ़रवरी 1909 को मनाया गया। इसके बाद यह फरवरी के आखिरी इतवार के दिन मनाया जाने लगा। उस समय इसका प्रमुख ध्येय महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिलवाना था, क्योंकि उस समय अधिकतर देशों में महिला को वोट देने का अधिकार नहीं था। उसके बाद 1917 में रूस की महिलाओं ने, महिला दिवस पर रोटी और कपड़े के लिये हड़ताल पर जाने का फैसला किया। इस हड़ताल का यह असर हुआ कि ज़ार को सत्ता छोड़नी पड़ी और अन्तरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया। यह महिलाओं के लिए सच में एक बड़ी उपलब्धि थी।

दरसअल, उस समय रूस में जुलियन कैलेंडर चलता था और बाकी दुनिया में ग्रेगेरियन कैलेंडर। इन दोनों की तारीखों में कुछ अन्तर है। जुलियन कैलेंडर के मुताबिक 1917 की फरवरी का आखिरी इतवार 23 फ़रवरी को था जब की ग्रेगेरियन कैलैंडर के अनुसार उस दिन 8 मार्च थी। बाद में, प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट क्लारा ज़ेटकिन के अथक प्रयासों के कारण ही इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस ने साल 1910 में महिला दिवस के अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप को स्वीकार किया और इस दिन को पब्लिक हॉलीडे घोषित किया। महिला दिवस की तारीख को साल 1921 में फाइनली बदलकर 8 मार्च कर दिया गया। तब से महिला दिवस पूरी दुनिया में 8 मार्च को ही मनाया जाता है।

महिला दिवस इस साल सेलिब्रेट करने के लिए एक थीम को चुना गया है और वो Choose To Challange। इस थीम के पीछे का उद्देश्य यह है कि एक चुनौती भरी दुनिया एक एलर्ट दुनिया है और चुनौती से ही बदलाव आता है, इसलिए चलो सभी को चुनौती देने के लिए चुनते हैं। हम सभी लैंगिक पक्षपात और असमानता को चुनौती देने के लिए चुन सकते हैं। पूर्वाग्रहों के खिलाफ जागरूकता का विकल्प चुन सकते हैं। हम सभी महिलाओं की उपलब्धियों का पता लगाने और उन्हें मनाने का विकल्प चुन सकते हैं। सामूहिक रूप से, हम सभी एक समावेशी दुनिया बनाने में मदद कर सकते हैं।

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