@उत्तर प्रदेश//सीएनबी लाईव।।
उत्तर प्रदेश से एक अजीबो-गरीब सामने आया है.जिसमे भैंस चर्चा में है। यह मामला शामली का है, जहाँ किसान ने अधिकारियों को पत्र लिखकर भैंसे का डीएनए टेस्ट करवाने की मांग की है। मामला सामने आने के बाद अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। अधिकारियों का कहना है कि किसान को बुलवाया गया है। उससे बात कर पूरी जानकारी ली जाएगी। इसके बाद आगे की जो भी कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
फिलहाल भैंस का डीएनए टेस्ट कराने की मांग का यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। जानते हैं कि किसान ने आखिर क्यों भैंसे के डीएनए टेस्ट की मांग की है।
छह महीने पहले चोरी हो गया था भैंसा :
दरअसल शामली जनपद में करीब छह माह पहले किसान चंद्रपाल का भैंसा चोरी हो गया था।
किसान ने पहले तो खुद तलाश की, फिर अहमदगढ़ पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस भी भैंसे को ढूंढ नहीं पाई। उधर, किसान चंद्रपाल अपने स्तर पे भैंसे की तलाश में जुटा रहा। आखिरकार वह ऐसी जगह पहुंचा, जहां उसे अपना भैंसा मिल गया। चंद्रपाल ने दावा किया कि उसने अपने भैंसे को ढूंढ लिया है।
भैंसा तो मिला, लेकिन फंस गया ये पेंच :
किसान चंद्रपाल ने पुलिस को बताया कि सहारनपुर जनपद के गांव बीनपुर निवासी एक किसान के घर पर जो भैंसा है, वह उसका है। मामला तब उलझ गया जब दूसरे किसान ने भैंसे को अपना बताया। चंद्रपाल ने बताया कि छह महीने पहले उसका भैंसा चोरी हो गया था। पुलिस को सूचना दी थी। वह अपने स्तर से तलाश में जुटा था। इसके बाद उसे अपना भैंसा एक किसान के यहां मिला है। पुलिस ने पीड़ित के साथ भैंसें के बारे में जांच की तो बीनपुर निवासी किसान ने बताया कि वह उसका भैंसा है।
भैंसा का डीएनए टेस्ट कराने की मांग पर अड़ा किसान :
पीड़ित किसान चंद्रपाल ने डीआईजी सहारनपुर व अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर बताया कि उसका करीब छह माह पहले भैंसा चोरी हो गया था। उसने इसकी सूचना अहमदगढ़ पुलिस चौकी पर की थी। चंद्रपाल ने पुलिस अधिकारियों से असलियत का पता लगाने के लिए भैंसे और जिससे पैदा हुआ, उस भैंस का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है। चंद्रपाल ने कहा कि डीएनए टेस्ट करवाने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इस मामले में एसपी सुकीर्ति माधव का कहना है कि पूरी जानकारी करने के लिए पीड़ित किसान चंद्रपाल को बुलवाया गया है। इसमें जो भी विधिक कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।