देश के अलग-अलग राज्यों में 3 करोड़ राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए। क्योंकि वे आधार से लिंक नहीं थे। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया है और देश की शीर्ष अदालत ने भारत सरकार से इस मसले पर जवाब तलब किया है।
बीते सालों में भुखमरी से कई लोगों की मौत की खबर सामने आई है जिसकी एक वजह राशन कार्ड का आधार से लिंक नहीं होना बताया जाता है। राशन दुकानदार किसी भी वैसे व्यक्ति को राशन देने से मना कर देता है जिसका राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं हो। कुछ राज्यों में ऐसी शिकायतें सामने आई हैं कि राशन नहीं मिलने के चलते पूरा परिवार भूखे पेट सोने को मजबूर हुआ। बाद में बुजुर्ग लोगों की मौत हो गई।
दायर याचिका में कहा गया कि भारत सरकार के आंकड़े बताते हैं कि 3 लाख राशन कार्ड कैंसिल हुए हैं। इन कार्ड्स को बोगस बताते हुए कैंसिल कर दिया गया। जबकि असली वजह कुछ और है। इनमें इंटरनेट कनेक्टिविटी की गड़बड़ी के चलते आंख और अंगूठे का निशान लेने में दिकक्त आती है। इससे बड़े स्तर पर कैंसिल हो रहे हैं, जबकि राशनकार्ड होल्डर परिवार को पहले से कोई सूचना भी नहीं दी जाती है।
किसी का आधार कार्ड उसके राशन कार्ड से नहीं जुड़ा है, तो सरकार की तरफ से इसे जोड़ने का आसान तरीका भी बताया जाता है। यह तरीका ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से मिलता है। आप आसानी से यह भी पता कर सकते हैं कि आपका राशन कार्ड कहीं कैंसिल तो नहीं हो गया। इसके लिए सबसे पहले आपको पीडीएस विभाग में जाकर इसकी जानकारी लेनी होगी। राशन दुकानदार भी इसके बारे में बता देगा। पीडीएस विभाग में अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड दिखाना होगा। अगर दोनों दस्तावेज नहीं जुड़े हैं तो वहीं से लिंक भी हो जाएगा। इसके बाद आपका नया राशन कार्ड बनेगा। पुराना जारी नहीं होगा।