दरअसल मामला 14वां 15वां वित्त की राशि से जुड़ा हुआ है सरपंचों की माने तो जनपद पंचायत लखनपुर के मुख्य कार्यक्रम अधिकारी अजय सिंह के द्वारा 74 पंचायतों के सरपंचों पर यह दबाव बनाया जा रहा है कि वे अपनी अपनी पंचायत का अकाउंट अंबिकापुर के एक्सिस बैंक में खोलें तभी वे पंचायत क्षेत्र के विकास के लिए राशि आवंटित करेंगे नहीं तो राशि ही नहीं देंगे। यही नहीं पंचायतों के एकाउंट लखनपुर के जिन राष्ट्रीयकृत बैंकों में हैं उसे होल्ड में डाल दिया गया है ताकि कोई भी सरपंच पैसा नहीं निकाल सके।
ग्रामीणों के सौपे गए ज्ञापन में ज.प.के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह पर यह भी आरोप लगाया है कि उनके द्वारा कुछ पंचायत सचिवो के माध्यम से लगातार कमिशन की मांग व अन्य तरह से परेशान किया जा रहा है लखनपुर जंप के सरपंचों ने कलेक्टर सरगुजा से जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह को तत्काल हटाने की मांग की है ।
इस मामले में लखनपुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह व सरगुजा कलेक्टर से मोबाइल के माध्यम से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
सरपंचों के वित्तीय अधिकार को बंधक बनाने का काम :
छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने इस मामले में कहा कि ग्राम पंचायतों के अधिकारों पर राज्य सरकार लगातार हमला कर रही है 14 वे,15 वे वित्त में 84 गांव के विकास के लिए ग्राम पंचायतों को दी जाती है उस राशि को नरवा ,गरवा योजना में खर्च करने का दबाव बनाया जा रहा है।
पूर्व में कोविड-19 क्वॉरेंटाइन सेंटर व वहां के मरीजों की देखभाल में पंचायत की राशि को खर्च किया गया और अब लखनपुर जनपद में सरपंचों के वित्तीय अधिकार को बंधक बनाने का काम किया जा रहा है जिससे पंचायती राज्य की मूल भावना को आहत पहुंचेगा, ग्राम वासियों ने जिस आशा के साथ पंचों, सरपंचों को वोट दे कर निर्वाचित किया था वे आशाएं अधूरी रह जाएंगी।