@रामानुजगंज//सीएनबी लाईव।।
नगर में शनिवार बंद के दिन कांस्यकार व दुबे परिवार अलग-बगल निवासी आपस में भिंड गये। वहीं दुबे परिवार के बाहुबली होने व घर में कांग्रेसी नेता, वकील व पत्रकार होने से कांस्यकार परिवार डरे सहमें से थे, बताया गया की दुबे परिवार ने मजबुरन मामले को तुल दिया। पीडित व उनके परिवार ने बताया की मारपीट पश्चात् थाना जाने के बाद जब कोई कार्यवाही नहीं की गई व सुलह हेतु उनके उपर दबाव डाला गया। कांस्य्कार परिवार के घर वापस आने के बाद भी दोबारा मारने की धमकी के साथ पुलिस को अपने जेब में तथा विधायक को अपना करीबी होने का रॉब दिखाया जा रहा था। जिसके बाद कांस्य्कार परिवार को मजबुरन एस.पी. के पास गुहार लगाने जाना पडा। पुरा मामला कुछ इस प्रकार है कि संतोष कांस्यकार पिता त्रिवेणी मिस्त्री वार्ड क्रमांक 05 रामानुजगंज का निवासी है। जिसके मकान में ही दुकान (स्टेशनरी) है।
दिनांक 20.02.2021 के प्रातः 10 बजे संतोष कांस्यकार अपने दुकान में था, उसी समय बगल के निवासी अरविन्द दुबे पीडीत संतोष के दुकान के सामने आकर माॅ-बहन की गाली-गलौज की जाने लगा तथा वह हमेसा ग्राहक को मेरे दुकान से अपने दुकान बुलाता है और कुछ कहने पर कई वर्षो से गाली-गलौज व जान से मारने की घमकी भी दिया करता रहा है। अरविन्द दुबे की आवाज सुनकर मेरे घर वाले (माॅ, पत्नि एवं पिता) दुकान में आ गये, उसके पश्चात् अरविन्द दुबे द्वारा अपने घर से माॅ, व तीन भाईयों तथा उनकी पत्नि समेत मेरे दुकान में घुसकर पुरी प्लानिंग के साथ मेरी पत्नि को अश्लील गाली गलौज देते हुये 60 वर्षीय माॅ, 75 वर्षीय पिता तथा मुझे व पत्नी को झापड, मुक्के तथा समीप रखे बैट से प्रहार किया गया। जिसके बाद संतोष के बाये कंधे तथा कन्पटी के दाहिने तरफ एवं पिता त्रिवेणी मिस्त्री उम्र 70 वर्ष जो सुगर व ब्लड प्रेशर के मरीज है उन्हे भी थप्पड, मुक्के व बेैट से मारपीट किया गया जिसमें उनके पीठ व दाहिने कंधे तथा शरीर में अन्य स्थानों पर चोट लगी है जिसमें पिडित के माॅ का कलाई भी टुट गया। अरविन्द दुबे व उनके भाईयों के द्वारा सन्तोष की माॅ एवं पत्नि को बाल खिंचकर , झापड, मुक्के व बैट से मारा गया जो कि पुरूष होकर महिला को मारने की शर्मनाक हरकत की गई। मारपीट मेें माता चंद्रावती देवी को कलाई तथा नाक के बाई तरफ ज्यादातर चोटे आई है। व मेरी पत्नि को हाथ, कमर, बाह तथा पीठ के दाहिने तरफ चोट आई वही अरविन्द्र दुबे के भाई प्रदीप दुबे द्वारा मेरी पत्नि के कपडे तक को फाडा गया है। प्रदीप दुबे पेशे से वकील है तथा विकास दुबे पत्रकार एवं जन चेतना कल्याण मंच के द्वारा समाज सेवा का कार्य करते है जिन्हे महिला के उपर हाथ उठाने में रत्ती भर शर्म नहीं आई।
घटना दिनांक 20.02.2021 के साम को लगभग 5 बजे प्रदीप दुबे द्वारा संतोष कांस्यकार के दुकान के सामने आकर गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी से प्रारंभ हुई उसके बाद गंदे तरिके से मारपीट किया गया जिसका विडियों कैमरे में रिकार्ड है। कांस्यकार का पुरा परिवार में भय का माहौल छाया हुवा है। वे बहुत डर-डर कर रह रहे है। जहां अभी तक कार्यवाही को ठंडे बस्ते में रखा गया है वहीं आरोपियों का खुलेआम घुमते रहना नगर में चर्चाओं का कारण बना हुआ है। उनका कोई कुछ भी नहीं कर सकता है जिसका वे वाहवाहीं बटोरते देखे जा सकते है। पुलिस व राजनैतिक बल को जेब में रखने वालो के खिलाफ एफ.आई.आर. करने के बाद भी खुला घुमना आश्चर्य की बात है जो नगर में चर्चाओं का कारण बना हुआ है। घटना स्थल पर गवाह के रूप में नितिश कुमार यादव तथा श्री दीनानाथ पासवान व अन्य लोग मौजुद रहे थे। एैसे कुकर्मियों पर कार्यवाही नहीं होने पर लोगों का शासन व प्रशासन से विश्वास उठता दिख रहा है जो निंदनीय हैै।