गौरघाट जलप्रपात में कल डूबे 22 वर्षीय युवक की आज भी गोता खोरो द्वारा रक्यू कार्य जारी ... कलेक्टर द्वारा गठित निगरानी दल के तैनाती के बावजूद भि हुआ बड़ा हादसा...!

गौरघाट जलप्रपात में कल डूबे 22 वर्षीय युवक की आज भी गोता खोरो द्वारा रक्यू कार्य जारी ... कलेक्टर द्वारा गठित निगरानी दल के तैनाती के बावजूद भि हुआ बड़ा हादसा...!

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 बैकुंठपुर/ कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड स्थित गौरघाट जलप्रपात में रविवार को एक दुःखद हादसा हो गया। गौरघाट पिकनिक मनाने गए पटना निवासी एक युवक की पानी मे डूबने से मौत हो गयी। रविवार की देर शाम तक युवक का शव पानी से नही निकाला जा सका था। आज सोमवार को अम्बिकापुर से आने वाली टीम द्वारा एक बार पुनः रेस्क्यू कार्य किया जाएगा। घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर कोरिया, पुलिस अधीक्षक व एसडीएम सोनहत प्रशांत ठाकुर मेडिकल व रेस्क्यू टीम के साथ मौक़े पर पहुंच गए थे।


विदित हो कि गत 28 दिसम्बर को कलेक्टर कोरिया एसएन राठौर ने नववर्ष पर 3 जनवरी तक के लिए धार्मिक व पर्यटन स्थलों के सतत निरीक्षण एवं निगरानी तथा कानून व्यवस्था लोक सुरक्षा एवं लोक स्वास्थ्य, क्षेम बनाये रखने के संबंध में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के सयुंक्त निगरानी दल का गठन कर उनकी तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद इतना बड़ा हादसा हो गया। जो कि कहीं ना कहीं प्रशासनिक चूक को दर्शाता है।


मिली जानकारी के अनुसार पटना थानाक्षेत्रांर्गत चम्पाझार निवासी 22 वर्षीय युवक अभय पांडेय पिता अशोक पांडेय रविवार की सुबह अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने सोनहत विकासखंड स्थित गौरघाट जलप्रपात गया हुआ था। जहां वे जलप्रपात के नीचे बालू में फुटबॉल खेल रहे थे। इसी दौरान बॉल पानी में चली गई जिसे लेने के लिए अभय पानी में उतरा और गहराई में चले जाने से पानी में डूब गया। घटना के बाद इसकी जानकारी उसके साथ गए दोस्तों ने अपने संपर्क वालों को दी। जिसके बाद युवक के परिजन भी गौरघाट के लिए रवाना हो गए थे। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों को जब घटना की खबर मिली तो वे भी मेडिकल व रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे।

रविवार की देर शाम तक नगरसेना के गोताखोरों द्वारा पानी में डूबे युवक की तलाश की जा रही थी। घटना स्थल पर पानी की गहराई ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू कार्य नही हो सका। जिसके बाद अम्बिकापुर से रेस्क्यू दल को बुलाने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि सोनहत ब्लाक व जनपद के अधिकारी-कर्मचारी भी रविवार को गौरघाट पिकनिक मनाने पहुंचे थे। जिसके कारण प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की तत्काल जानकारी हो गयी व रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ कर दिया गया।


उल्लेखनीय है कि गत 28 दिसम्बर को कलेक्टर कोरिया एसएन राठौर द्वारा नववर्ष पर 3 जनवरी तक के लिए धार्मिक व पर्यटन स्थलों के सतत निरीक्षण एवं निगरानी तथा कानून व्यवस्था लोक सुरक्षा एवं लोक स्वास्थ्य, क्षेम बनाये रखने के संबंध में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के सयुंक्त निगरानी दल का गठन कर उनकी तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद इतना बड़ा हादसा हो गया। जो कि कहीं ना कहीं प्रशासनिक चूक को दर्शाता है। अब देखना यह होगा कि संबंधित व लापरवाह सयुंक्त निगरानी दल पर जिला प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है?? कलेक्टर कोरिया द्वारा गठित कार्यपालिक दण्डाधिकारी की अलग-अलग टीम जो प्रमुख पर्यटन स्थल पर 3 जनवरी तक शांति व्यवस्था बनाने तैनात थी। उनमें झुमका बोट क्लब, वेस्ट वियर एवं ऑक्सीजोन पर्यटन स्थल पर तहसीलदार ऋचा सिंह, सिटी कोतवाली प्रभारी केके शुक्ला एवं आबकारी उप निरीक्षक विजिता रानू भगत की ड्यूटी लगी थी। अमृतधारा जलप्रपात पर्यटन स्थल पर नायब तहसीलदार मनेन्द्रगढ़ विप्लव श्रीवास्तव , पुलिस चौकी नागपुर प्रभारी सुबल सिंह एवं आबकारी उपनिरीक्षक वेद प्रकाश इन्दुआ, गौरघाट एवं बालम पहाड़ पर्यटन स्थल पर नायब तहसीलदार विभोर यादव, थाना सोनहत प्रभारी जेआर बंजारे एवं आबकारी उपनिरीक्षक विजिता रानू भगत की ड्यूटी लगी थी। वहीं जटाशंकर गुफा पर्यटन स्थल पर नायब तहसीलदार केल्हारी राममिलन शर्मा, थाना केल्हारी प्रभारी जनक राम कुर्रे एवं आबकारी उपनिरीक्षक वेद प्रकाश इन्दुआ की टीम निगरानी करने तैनात थी।


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