कथित तौर पर मनोज के घरवालों और प्रियंका की मौसी ने बातचीत कर दोनों के रिश्ते को फाइनल कर दिया. इस दौरान युवती ने मनोज से यह भी कहा कि वह आईएएस (UPSC) की तैयारी कर रही है और जल्द ही उसका चयन भी हो जाएगा. मनोज के मुताबिक इसी बहाने युवती ने पैसा मांगना शुरू कर दिया. मनोज ने कहा कि युवती पढ़ाई के लिए कभी 10 हजार कभी 20 हजार और 50 हजार रुपये मांगती रही और वो होने वाली पत्नी समझकर देता रहा. इस तरह युवक ने घर बनवाने के लिए जमा किए गए करीब 6 लाख रुपये उस लड़की को दे दिए।
पिछले 6 महीने से दोनों में व्हाट्सएप चैटिंग चल रही थी और दोनों का मिलना जुलना भी होता था. इसी दौरान 16 दिसंबर को शादी की तारीख तय की गई. युवक इससे बेहद खुश हुआ और अपनी शादी की तैयारियों में जुट गया. फरार होने वाली युवती जब मनोज से मिलने लख़नऊ पहुंची तो उसके आने-जाने की फ़्लाइट का किराया भी मनोज ने ही दिया. यहां तक कि मनोज ने मॉल में उसे लगभग 2 लाख रुपये की शॉपिंग भी करवाई. इसके बाद कथित तौर पर आरोपी प्रियंका सिंह आखिरी बार हैदराबाद जाने की बात कह कर मनोज को चूना लगाकर फरार हो गई. युवती के गायब होने के बाद सिर्फ उसका ही नहीं बल्कि उसकी मौसी का फोन भी ऑफ आने लगा. मनोज ने जब प्रियंका द्वारा दिए गए आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड की जांच की तो वो भी फर्जी निकला. जब पीड़ित आरोपी प्रियंका के दिए हुए पते पर बिहार और दिल्ली में जांच करने पहुंचा तो वो भी फर्जी निकला जिसके बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ. शादी से पहले ही प्रियंका नाम की युवती मनोज को लूट कर फरार हो चुकी थी. इसके बाद पीड़ित मनोज ने हज़रतगंज थाने में युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।