
नए साल की पहली तारीख से फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा। इस दौरान टोल नाकों से उन्ही वाहनों को जाने दिया जाएगा जिनके वाहनों में फास्टैग लगा होगा। इसके बाद भी टोल नाकों से गुजरने वाले वाहन संचालकों में फास्टैग लगाने की रुचि नजर नहीं आ रही है।
1 जनवरी से फास्टैग नहीं होने की स्थिति में उन्हें दोगुना टोल टैक्स देना होगा। केंद्र सरकार के नए साल से फास्टैग अनिवार्य करने की घोषणा के बाद भी फास्टैग उस संख्या से नहीं बन रहे है जिस अनुपात में टोल नाकों से वाहन गुजर रहे हैं। बिलासपुर क्षेत्र में मुड़ीपार और भोजपुरी टोल नाका है।
भोजपुरी टोल नाका से रोजाना साढ़े पांच हजार वाहन गुजरते हैं। भोजपुरी टोल नाका के प्रभारी धरमपाल शरण के मुताबिक रोजाना 300 फास्टैग ही बन रहे हैं। मुड़ीपार टोल में 16 लेन में से दो शुरू हैं जबकि भोजपुरी टोल में सभी लेन शुरू हैं।
यहां अभी भी कुल वाहनों में 40 फीसदी वाहनो में ही फास्टैग है जबकि 60 फीसदी वाहन नगद भुगतान कर रहे हैं। एनएचएआई में मैनेजर गौरांग देवधरे के मुताबिक नए साल से फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा इसलिए वाहन चालकों को फास्टैग तत्काल लगवाना चाहिए।
ऐसे बनवाएं फास्टैग
टोल प्लाजा से, विभिन्न बैंकों से, एनएचएआई के माई फास्टैग एप से, पेट्रोल पंपों से। इसके लिए वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, वाहन संचालक का पासपोर्ट साइज का फोटो, वाहन संचालक का आईडी प्रूफ व एड्रेस प्रूफ की
जरूरत होगी।
बनवाने के बाद पांच साल में होगा एक बार नवीनीकरण
फास्टैग को एक बार बनवाने के बाद खाते में राशि हाेनी अनिवार्य है जिससे फास्टैग की वैधता बनी रहती है। इसे पांच साल में सिर्फ एक बार रिनीवल की जरूरत होती है। फास्टैग को चेक, क्रेडिट या डेबिट कार्ड, एनईएफटी या आरटीजीएस के जरिए ऑनलाइन रिचार्ज करा सकते हैं। 100 रुपए से लेकर 1 लाख तक रिचार्ज करा सकते हैं। इसे सेविंग एकाउंट से भी जोड़ा जा सकता है।
खत्म हो जाएगी नगद भुगतान वाली लेन
वर्तमान में भोजपुरी टोल नाके में नगद भुगतान कर जाने वाले वाहनों की संख्या लंबी है। मौके पर मौजूद कर्मचारियों के समझाने पर भी वाहन चालक फास्टैग बनवाने की जगह नगद भुगतान कर जाने की जल्दी में रहते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hnyDgC
https://ift.tt/3pq5CUc