कोरोना की आरटीपीसीआर जांच सहित अन्य विशेष जांच की सुविधा युक्त जिले की दूसरी वायरोलॉजी लैब सीएम मेडिकल कॉलेज कचांदुर में बनेगी। एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमिशन) के निर्देशानुसार कॉलेज प्रशासन ने इस लैब के लिए आवश्यक मशीनें खरीद ली है। सिविल वर्क पूरा कराने के बाद सबको तय ले-आउट से लैब में इंस्टॉल कराई जाएगी।
इसके बाद कॉलेज प्रशासन को जांच के लिए आईसीएमआर (इंडियन काउंसिलिंग ऑफ मेडिकल रिसर्च) से अनुमति लेनी होगी। दौरान इंस्पेक्शन सबकुछ ले-आऊट अनुसार मिलने पर ही आईसीएमआर जांच की अनुमति देगा। जिले की पहली वायरोलॉजी लैब शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में बनी है। वहां कोरोना सहित अन्य जांच भी शुरू हो गई है। हेल्थ विभाग ने इसे लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है। सब कुछ सही रहा तो अगले कुछ दिनों के अंदर कॉलेज में आरटीपीसीआर सहित अन्य की जांच सुविधा शुरू कर दी जाएगी। उपकरण कॉलेज में पहुंच चुके हैं। इंस्टालेशन के साथ अन्य प्रक्रियाएं की जा रही है।
उपकरण पहुंचे मेडिकल कॉलेज
अनुमति के साथ ही मेडिकल कॉलेज में उपकरण पहुंच चुके हैं। शासन के गाइड लाइन के मुताबिक इंस्टॉलेश्न व अन्य प्रक्रिया पूरी जानी है। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जांच क्षमता बढ़ेगी, रिपोर्ट आने में देरी नहीं होगी
जिले में दूसरी वायरोलॉजी लैब बन जाने से कोरोना की आरटी पीसीआर जांच करने की क्षमता बढ़ेगी। जिला प्रशासन के पास इमरजेंसी सैंपलों की जांच के लिए शंकराचार्य और सीएम मेडिकल कॉलेज के लैब की सुविधा होगी। इस तरह जरूरी सैंपलों की रिपोर्ट जल्दी मिलेगी। वर्तमान में हफ्तेभर से अधिक का समय लग रहा।
अब रायपुर और जगदलपुर पर नहीं रहेगी निर्भरता
डेंगू की कंफरमेंट्री जांच सहित अन्य जांच की सुविधा भी दोनों वायरोलॉजी लैब में मिलेगी। डेंगू के ज्ञात सभी वायरस की पहचान के लिए रायपुर या जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज पर निर्भर नहीं होना होगा। इसके साथ ही दूसरी आवश्यक जांच भी दोनों लैब में कराई जा सकेगी। नियमित रूप से इसका संचालन होगा।
कोविड केयर सेंटर की वजह से शुरू करने में देरी
सीएम मेडिकल कॉलेज में कोविड केयर सेंटर संचालित कर देने से इस लैब को बनने में तीन माह की देरी हो गई। क्योंकि इसके लिए आवश्यक सिविल वर्क करने वाले कारीगर व मजदूर कोरोना की भय से वहां काम करने को तैयार नहीं हुए। अब जब केयर सेंटर बंद कर दिया गया, तब काम शुरू हुआ है। इसे जल्द पूरा किया जाना है।
सिविल वर्क अभी जारी अनुमति के बाद जांच करेंगे, हमारी तैयारी पूरी
एनएमसी के निर्देशानुसार वायरोलॉजी लैब के लिए आवश्यक मशीनरी हमने जून में ही खरीद ली है। कोविड केयर सेंटर की वजह सिविल का कार्य अब शुरू हो पाया है। लैब तैयार करने के बाद हम अनुमति के लिए आवेदन करेंगे और अनुमति के बाद ही जांच की सुविधा दी जाएगी। सरिता मोहंती, प्रशासक, सीएम मेडिकल कॉलेज कचांदुर।