कोरोना में ऐसा होगा क्रिसमस... बड़े जश्न नहीं होंगे, वर्चुअली मनाया जाएगा ईसा मसीह का जन्मोत्सव...

कोरोना में ऐसा होगा क्रिसमस... बड़े जश्न नहीं होंगे, वर्चुअली मनाया जाएगा ईसा मसीह का जन्मोत्सव...

Avinash


देश में कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है। संक्रमण की रोकथाम के लिए बनी सरकारी गाइडलाइन की वजह से देश भर में क्रिसमस का पूरा समारोह बदला-बदला रहेगा। इस बार चर्चों में न तो बड़ी झांकी देखने को मिलेगी, न ही केरोल सिंगिग की गूंज सुनाई देगी। कई चर्चों में यीशु के जन्म की खुशी होने के प्रोग्राम की सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। पढ़िए पांच राज्यों से रिपोर्ट...

राजस्थान : वर्चुअल प्रोग्राम होंगे, लोगों को चर्च आने के लिए आमंत्रण नहीं
जयपुर में चांदपोल स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च समेत अन्य चर्च में वर्चुअल तरीके से ही भगवान यीशु का जन्म उत्सव मनाया जाएगा। पादरी दीपक बेरिस्टो ने बताया कि इस बार लोगों को चर्च में न बुलाकर घरों पर रहकर ही मोमबत्तियां जलाकर प्रभु के जन्मदिन की खुशियां मनाने के लिए कहा है। चर्च में नाटकों का मंचन भी नहीं होगा। अजमेर के ब्यावर में स्थित प्रदेश के पहले शूल ब्रेड मेमोरियल चर्च में इस बार कोरोना की वजह से कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। क्रिसमस केवल प्रभु आराधना तक सीमित रहेगा। सचिव दीपक मैथ्यू ने बताया कि प्रभु की आराधना सुबह होगी। निर्धारित संख्या में लोग आएंगे, हॉल में प्रोजेक्टर लगेगा। 26 से 31 दिसम्बर तक केवल बच्चों के लिए पार्क में प्रतियोगिताएं होंगी। बुजुर्गों को आमंत्रित नहीं किया जाएगा।

मध्य प्रदेश : पहली बार बंद रहेंगे चर्च के गेट, बगैर भीड़ कराएंगे यीशु दर्शन
कोरोना की वजह से इस बार प्रदेश में कोई बड़ा जश्न नहीं मनाया जाएगा। इंदौर में रेड चर्च के फादर बिसप चोको बताते हैं कि ईसाई समुदाय ने शहर के सभी 9 चर्च में कोई बड़ा जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। रेड चर्च में सीमित लोग ही आ सकेंगे। फादर के मुताबिक इंदौर शहर के सभी गिरजाघरों में 24 और 25 दिसंबर को पहली बार सभी चर्च के दरवाजे बंद रखे जाएंगे।

हरियाणा : 24 को होगी मुख्य प्रार्थना, एक बार में 30 से ज्यादा को प्रवेश नहीं
पानीपत में 24 को होगी मुख्य प्रार्थना। फादर राकेश ने बताया कि क्रिसमस पर 25 दिसंबर को मुख्य प्रार्थना होती है, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से 24 दिसंबर को शाम 7 बजे से मुख्य प्रार्थना होगी। रात 9 बजे तक प्रार्थना चलेगी। 25 दिसंबर को लोगों को दोपहर 12 बजे तक बारी-बारी से प्रार्थना कर सकेंगे। एक बार में 30 से अधिक लोगों को प्रार्थना की अनुमति नहीं मिलेगी। 12 बजे चर्च के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। चर्च में बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। हाथ सैनिटाइज करने के लिए तीन मशीनें रखवाई गईं हैं।

चंडीगढ़ : सबसे पुराने चर्च में न एग्जीबिशन लगेगी, न झांकी निकलेगी
चंडीगढ़ के सबसे बड़े और पुराने चर्च क्राइस्ट द किंग कैथेड्रल में इस बार न थीम बेस्ड एग्जीबिशन लगेगी, न झांकियां निकाली जाएंगी। ट्राईसिटी के सभी चर्च ने शोभायात्रा भी स्थगित कर दी है। इस बार चर्च में यीशु मसीह का गांव तो बनेगा लेकिन एग्जिबीशन नहीं लगेगी। 24 दिसंबर को तीन हिस्सों में प्रेयर मीट होगी और 25 दिसंबर की सुबह दो प्रेयर होगी, ताकि भीड़ ना उमड़े। चर्च की ओर से सांता क्लॉज के सरप्राइज को कैथोलिक कम्युनिटी के मेंबर्स को क्रिसमस विश करने के लिए भी नहीं भेजा जाएगा। प्रेयर सिंगिंग और कैरोल सिंगिंग के लिए बड़ी स्क्रीन नहीं लगेगी। सोशल मीडिया पर लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।

छत्तीसगढ़: पहली बार क्रिसमस पर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च
कोरोना संकट के बीच छत्तीसगढ़ में पहली बार क्रिसमस आया है। जशपुर जिले के कुनकुरी में स्थित एशिया का दूसरा सबसे बड़ा कैथोलिक चर्च इस बार श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह बंद रहेगा। 10 हजार से अधिक लोगों की बैठक क्षमता वाले इस चर्च में क्रिसमस पर इससे कहीं अधिक लोगों की भीड़ जुटती रही है। इस बार क्रिसमस की विशेष प्रार्थना सभा के लिए चर्च में केवल पुरोहित वर्ग मौजूद रहेगा।


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