प्रदेश में 4 जनवरी को वैक्सीन का ड्राई रन, सवा सौ लोगों पर होगा ट्रायल...

प्रदेश में 4 जनवरी को वैक्सीन का ड्राई रन, सवा सौ लोगों पर होगा ट्रायल...

Avinash

साल 2020 के आखिरी दिनों में कोरोना वैक्सीनेशन पर प्रदेश के लिहाज से एक अच्छी खबर है। प्रदेश में नए साल में 4 जनवरी की संभावित तारीख को एक ही दिन कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा। जिसके जरिए वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखा जाएगा। प्रदेश में पांच संभाग रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभाग में पच्चीस पच्चीस लोगों के जरिए इस ड्राई रन को अंजाम दिया जाएगा। यानी सवा सौ लोगों के साथ इस प्रयोग को अंजाम दिया जाएगा। हालांकि ड्राई रन में किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। बल्कि वैक्सीन लगाने की पूरी प्रक्रिया को करके देखा जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक पूरे देश में चुने हुए प्रदेशों में ड्राई रन के लिए मॉकड्रिल किया जा रहा है।

इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी ये प्रयोग हो रहा है। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जो एसओपी बनाया गया है। उसमें बहुत से काम ऑनलाइन सिस्टम से सॉफ्टवेयर के जरिए भी किए जाने हैं। सिस्टम एप सही तरीके से काम कर रहा है, या नहीं टीके के लिए चरणबद्ध तरीके से जो प्रक्रिया अपनाई जानी है वो कितने समय में पूरी हो रही है। इसके साथ ही आपात स्थितियों को लेकर किस तरह की जमीनी अड़चन आ रही है, ये सब भी करके देखा जाएगा।

एसएमएस पर जारी होगा वैक्सीनेशन कॉल
ड्राई रन में सॉफ्टवेयर के जरिए 25 लोगों को एसएमएस के जरिए वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारी दी जाएगी, इसमें उन्हें वैक्सीन लगाने का वक्त और स्थान के बारे में सूचना दी जाएगी। सॉफ्टवेयर से ये जानकारी वैक्सीनेशन बूथ के पास भी रहेगी। बूथ में तीन अलग-अलग कमरों में इस प्रक्रिया को करके देखा जाएगा। एक कमरे को वेटिंग रूम की तरह बनाया जाएगा। दूसरे कमरे में वैक्सीन लगाना है, जबकि तीसरे कमरे में वैक्सीन के बाद मॉनिटरिंग के लिए संबंधित व्यक्ति को रखा जाएगा।
इमरजेंसी की रिहर्सल भी होगी
वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों की तबीयत खराब होने की आशंका भी हो सकती है। लिहाजा ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए हर जिले में रैपिड रिस्पांस टीमें भी बनाई गई हैं। इसके लिए हर वैक्सीन बूथ पर एंबुलेंस भी रखनी है। ड्राई रन में इसकी भी रिहर्सल करके देखी जाएगी। अगर किसी को वैक्सीन लगने के बाद कोई दिक्कत आती है तो उसे अस्पताल कितनी देर में पहुंचाया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती होने और उसके बाद के इलाज में कितना वक्त लग रहा है। इसको भी करके देखा जाएगा।

इसके बाद कभी भी असली वैक्सीनेशन हो सकता है शुरू
4 जनवरी को ड्राई रन यानी एक तरह की मॉकड्रिल के बाद असली वैक्सीनेशन जनवरी की किसी भी तारीख से प्रदेश में शुरू किया जा सकेगा। ड्राई रन के तजुर्बों के आधार पर ही प्रदेश में पहले चरण में करीब ढ़ाई लाख लोगों को असली टीके लगाए जाएंगे। कम्युनिटी यानी सामुदायिक स्तर पर वैक्सीनेशन के लिए भी ये प्रैक्टिस जरूरी मानी जा रही है। ड्राई रन में वैक्सीनेशन का डाटा अपलोड किया जाएगा। यानी इसमें किनको छद्म रूप से प्रयोग में शामिल किया गया, उनके साथ क्या हुआ ये डीटेल डाटाबेस में अपलोड किए जाएंगे।

प्रदेश में एक दिन ही होगा ड्राई रन
"प्रदेश में 4 जनवरी की संभावित तारीख को हम ड्राई रन कर रहे हैं। ये एक दिन के लिए होगा, जिसमें सवा सौ लोगों के जरिए इसका ट्रायल होगा।"
-डॉ. अमर सिंह ठाकुर, राज्य टीकाकरण अधिकारी




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