रायपुर जिले में 18 मार्च से शुरु हुआ कोरोना संक्रमण 275 वें दिन यानी गुरुवार को 50 हजार मरीजों की संख्या पार कर गया है। लेकिन ज्यादा चिंता की बात ये है कि पिछले 24 घंटे में 337 नए मरीज मिले हैं। पिछले एक हफ्ते से राजधानी में रोजाना औसतन 250 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, जबकि नवंबर के आखिरी 15 दिन और दिसंबर के शुरुआती 10 दिन में भी यह औसत रोजाना 200 मरीजों से कम ही था। विशेषज्ञों के मुताबिक इस वृद्धि की एकमात्र वजह राजधानी में पिछले 10 दिन में हुए शादी समारोह हैं, जहां स्वाभाविक तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ है।
प्रदेश में सर्वाधिक मरीजों और कोरोना मौत के लिहाज रायपुर लगातार आगे बना हुआ है। प्रदेश मेंं कोरोना पॉजिटिव की संख्या के लिहाज से दूसरे नंबर पर दुर्ग जिला है, लेकिन रायपुर में मरीजों की संख्या उससे दोगुनी है। पहले दिन से अब तक मिले मरीजों का औसत निकाला जाए तो रायपुर रोजाना औसतन 181 मरीज मिल रहे हैं। नवंबर में राजधानी में त्योहारी भीड़ थी, लेकिन तब कुछ सावधानी बरती गई इसलिए कोरोना के मामलों में उतनी वृद्धि नहीं हुई। राजधानी में 25 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच ही अधिकांश शादियां हुईं। उनमें से ज्यादातर इसी महीने हुई हैं। रायपुर कलेक्टोरेट में शादियों की अनुमति के करीब 4800 आवेदन आए जो अधिकांशतया सशर्त मंजूर हुए। लेकिन अनुमति में दी गई शर्तों का इक्का-दुक्का ने ही पालन किया। विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले चार-पांच दिन से कोरोना संक्रमण बढ़ने की यह बड़ी वजह थी।
कोरोना की राजधानी क्यों? : प्रदेश के 28 जिलों में रोजाना सबसे ज्यादा कोरोना जांच (3000-3600) रायपुर में हो रही है। जांच का आंकड़ा केवल रविवार को हजार के आसपास रहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक रायपुर में कोरोना मामले लगातार ज्यादा होने के ये कारण सामने आ रहे हैं :-
- यहां अब भी आसपास के शहरों से रोजाना एक लाख से ज्यादा लोग आना-जाना कर रहे हैं।
- जयस्तंभ चौक से एक किमी के दायरे में पूरे बाजार हैं, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता।
- शादियों में अधिकांश ने कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं। न्यू इयर सेलिब्रेशन भी आ गया है।
- खाने-पीने की दुकानों में भीड़ लग रही है और सब बेफिक्र भी नजर आ रहे हैं। यह बड़ी वजह है।
एक्सपर्ट : डॉ. आरके पंडा, सदस्य कोरोना कोर कमेटी
शादी समारोहों में नहीं बरती एहतियात
"शादियों में लोगों ने जरूरी ऐहतियात का पालन नहीं किया। यही कारण है कि पिछले सप्ताहभर से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है। नए साल में लोग फिर एकत्रित होंगे और गेट टूगेदर होगा। इससे मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बाजारों में भी लोग बेफिक्र नजर आ रहे हैं। अब ठंड शुरू होगी, इसलिए सबको अलर्ट रहना चाहिए। फ्लू या वायरल संक्रमण बढ़ सकता है, इसलिए लक्षण पर सावधानी बरतें।"
एक्सपर्ट : डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ रायपुर
खराब लगते ही जरूर करवाएं कोरोना जांच
"ऐसे जो हाल में हुई शादियों में शामिल हुए हैं या जिनके घरों में शादियां समारोह हुए हैं, अगर उन्हें जरा भी परेशानी लग रही है तो जांच करवा लें। अगर बाहर से शादियों में आकर लौटे लोगों में से किसी के पाजिटिव होने की सूचना आए, तो यहां सावधानी बरत लें। दरअसल त्योहारी भीड़ के दौरान कोरोना बढ़ा नहीं, इसलिए शादियों में लोगों ने आत्मनियंत्रण नहीं रखा। यह पूरा महीना सोशल मेलमिलाप का है, इसलिए सावधान रहें।"