ज्वेलरी दुकानों में सेंध, पश्चिम बंगाल का गिरोह फंसा... दिन में करते थे काम और रात में चोरी...

ज्वेलरी दुकानों में सेंध, पश्चिम बंगाल का गिरोह फंसा... दिन में करते थे काम और रात में चोरी...

Avinash

धनतेरस के ठीक पहले शहर के आउटर में मंदिरहसौद के पास स्थित गायत्री ज्वेलर्स में सेंध लगाने वाला पश्चिम बंगाल का गिरोह पकड़ा गया। ज्वेलर्स की दुकान मेन रोड पर है। इसके बावजूद दुकान चोरों ने सेंधमारी की। उसके बाद सीसीटीवी कैमरे-डीवीआर उखाड़कर पुलिस को भी चकमा देने की कोशिश की। पुलिस ने हाईटेक जांच से क्लू जुटाया और पश्चिम बंगाल में चोरों की पनाहगाह के रूप में चर्चित मालदा से दो को पकड़ा। तीन चोर पुलिस के पहुंचने के पहले ही फरार हो चुके थे। उनकी तलाश में झारखंड टीम भेजी गई है।
चोर गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस को एक हफ्ते पश्चिम बंगाल में कैंप करना पड़ा। चोरों का लोकेशन टापू पर मिलने पर पुलिस की टीम नाव से वहां पहुंची। दो आरोपियों को दबोचने के बाद जैसे ही बंगाल पुलिस को भनक लगी, वहां के कुछ पुलिस कर्मी विरोध में आ गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी मर्जी के बिना किसी को नहीं ले जाया जा सकता। अफसरों को वहां पुलिस अधिकारियों से मिलकर स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी। उसके बाद बंगाल पुलिस के साथ दो-तीन ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन तब तक बाकी ती चोरों को भनक लग गई और वे फरार हो गए। एसएसपी अजय यादव ने बाकी चोरों की तलाश में टीम लगा दी गई है।

मजदूरों की हिस्ट्री खंगाली तब मिला क्लू
सीसीटीवी फुटेज नहीं मिलने की वजह से पुलिस ने ज्वेलरी और आसपास की दुकानों में काम करने वाले या काम छोड़ चुके कर्मचारियों की पतासाजी की। इसी दौरान टीम को पता चला कि नवा रायपुर में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है और वहां अधिकतर मजदूर पश्चिम बंगाल, झारखंड एवं दूसरे राज्यों से आए हैं। इन मजदूरों के गतिविधियों की जानकारी ली गई तब पता चला कि इनमें से कुछ मजदूर दिन में काम करने के बाद रात में मंदिरहसौद और आसपास के क्षेत्रों में सामान खरीदी के नाम से रोज आना-जाना करते हैं। इसी दौरान पश्चिम बंगाल का क्लू मिला और तहकीकात आगे बढ़ी। एक टीम को पश्चिम बंगाल के मालदा जिला रवाना किया गया। वहां मोथाबाड़ी क्षेत्र के सकुल्लापुर कालोनी में कैंप करने के बाद पता चला कि अंतरराज्यीय आरोपी प्रभु चौधरी एवं कृष्णा मंडल और उसके गिरोह ने वारदात की है। ये भी पता चला कि इनमें तीन लोग झारखंड के साहेबगंज के हैं। सभी मजदूरी के काम के लिए रायपुर में रह रहे थे। दुकान की लगातार रेकी करने के बाद इस चोरी की गई है। पुलिस ने छापेमारी कर प्रभु चौधरी और कृष्णा को पकड़ा। दोनों आरोपियों से चोरी की 6 किलो 300 ग्राम चांदी के जेवरात, 4 गिलट की मूर्तियाें के साथ करीब 6 लाख का माल जब्त कर लिया गया।

क्या हुई थी घटना
न्यू राजेंद्र नगर में रहने वाले जगदीश सोनी की मंदिर हसौद रोड पर गायत्री ज्वेलर्स के नाम पर ज्वलेरी की दुकान है। 26 अक्टूबर को रात 8 बजे वे दुकान बंद कर वह रायपुर आ गए। दूसरे दिन त्योहार होने के कारण वे दुकान नहीं गए। अगले दिन 27 अक्टूबर को पड़ोसी दुकानदार ने उन्हें फोन पर बताया कि कुछ लोगों ने दीवार पर होल कर उनकी दुकान में चोरी कर दी है। वे हड़बड़ा कर वहां पहुंचे। उसके बाद चोरी की रिपोर्ट मंदिरहसौद थाने में दर्ज कराई थी। चोर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरा और डीवीआर भी अपने साथ ले गए थे। इस वजह से फुटेज नहीं मिला। वारदात के तरीके को देखते हुए एसएसपी यादव ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, अभिषेक माहेश्वरी, सायबर क्राइम सेल प्रभारी रमाकांत साहू एवं थाना प्रभारी मंदिर हसौद की टीम बनाई गई।

पुलिस से मांगा कमीशन
पश्चिम बंगाल के गिरोह का इनपुट मुंबई से भी पुलिस को मिला। मुंबई में चोर गिरोह के सहयोगी आपस में कहीं इस वारदात के बारे में चर्चा कर रहे थे। वे एक दूसरे को बता रहे थे कि उनके साथियों ने रायपुर की सराफा दुकान में बड़ी वारदात की है। उस समय रायपुर से जुड़े कुछ लोग वहां मौजूद थे। उन्होंने बातें सुन ली। उन्होंने रायपुर के अपने संपर्कों से जानकारी ली। उनसे ये पता लगाया कि यहां कहां पर बड़ी चोरी की वारदात हुई है। मंदिरहसौद के बारे में जानकारी मिलने पर उन्होंने पुलिस अधिकारयों से संपर्क किया और क्लू बताने पर एक लाख का कमीशन मांगा। अफसर पशोपेश में पड़ गए कि इतना ईनाम कैसे दिया जा सकता है।



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