चेंबर चुनाव व्यापारिक हित नहीं बल्की विधानसभा के द्वार की लड़ाई है...

चेंबर चुनाव व्यापारिक हित नहीं बल्की विधानसभा के द्वार की लड़ाई है...


@धीरज सिंह//अंबिकापुर।। 
छत्तीसगढ़ में आज कल व्यवसायीयों के बिच चेंबर चुनाव को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। चेंबर का चुनाव दिसंबर या जनवरी के पहले सप्ताह में होना तय है। रायपुर में व्यापारी नेता पैनल बना कर चुनाव प्रचार शुरू कर दिए हैं। वर्तमान समय में एकता पैनल एवं जय व्यापार पैनल सबसे ज्यादा सक्रिय है। एकता पैनल में जहां श्री चंद सुंदरानी सबसे मजबूत दावेदार है वहीं जय व्यापार पैनल से अमर परवानी का लड़ना तय है। चैंबर आफ कामर्स में श्री चंद सुंदरानी स्वयं चुनाव नहीं लड़ते है तो उनके पसंद का ही उम्मीदवार एकता पैनल से चुनाव में उतरेगा। प्रदेश में श्री चंद की अच्छी पैठ है तो अमर परवानी भी कैट के माध्यम से प्रदेश में अपने पसंदीदा लोगों की एक मजबूत टिम बना दिए हैं जो चैंबर चुनाव में एकता पैनल को कड़ी टक्कर देंगे। यह तो बात है अभी तक बने समीकरण की लेकिन प्रश्न यह है कि क्या व्यापारियों के हितों कि रक्षा करने के लिए यह संघर्ष हो रहा है या यह चुनाव प्रतिष्ठा के लिए हो रही है ? ज्यादातर व्यापारीयों ने जो अपना अभिमत दिया है उसके अनुसार चैंबर तो मात्र एक बहाना है विधान सभा चुनाव लड़ना और उसके लिए भाजपा या कांग्रेस का टिकट पाना मुख्य उद्देश्य है। श्री चंद चैंबर के मंच से पहचान बनाकर भाजपा से टिकट लेकर विधानसभा तक पहुंच चुके हैं और आज ओ रायपुर भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं। इसे देखते हुए ही अनेक दावेदार चैंबर चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं। चर्चा तो यह भी है कि पिछले चुनाव में अमर परवानी टिकट पाने के बेहद करीब थे लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट भाजपा ने काट दिया था इसीलिए श्री परवानी चैंबर का चुनाव जित कर इस बार अपना टिकट पक्का करना चाहते हैं। बहरहाल अभी शुरूआती दौर है आगे अनेको समीकरण बनेंगे। योगेश अग्रवाल की भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है क्योंकि यदि योगेश चुनाव लड़े तो यह मान लिया जाएगा कि भाजपा के कद्दावर नेता चुनाव संचालन के चाणक्य एवं जीत की गारंटी माने जाने वाले श्री बृजमोहन अग्रवाल की इस चुनाव में सिधे इंट्री मानी जाएगी। बृजमोहन अग्रवाल की भी यह मनसा हो सकती है कि श्री चंद सुंदरानी या अमर परवानी में से कोई भी चैंबर अध्यक्ष ना बने इसलिए श्री अग्रवाल योगेश को चुनाव लड़ा सकते हैं। 

चैंबर के लिए उपाध्यक्ष का चुनाव सरगुजा से बाबूलाल गोयल लड़ते आये हैं लेकिन इस बार ओ सूरजपुर भाजपा के जिला अध्यक्ष बन गये हैं जिसमें अब सरगुजा से एक तेजी से व्यापारियों के नेता के रूप श्री रविंद्र तिवारी का नाम का चर्चा अम्बिकापुर शहर में चल चुका है। कैट के जिला अध्यक्ष के रूप में अल्प समय में रविंद्र तिवारी ने अपने कार्यशैली को लेकर व्यापारियों को काफी प्रभावित किया है, यदि रविंद्र तिवारी चैंबर का प्रदेश उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ते है तो कहीं न कहीं बाबूलाल गोयल तथा सुल्तानीया परिवार का भी समर्थन रविंद्र तिवारी को रहेगा ऐसा लोगों का कहना है। वैसे सरगुजा में कैट के पिछले दिनों बैठक में रविंद्र तिवारी ने कैट के जिला अध्यक्ष के रूप में ही व्यापारियों के हित के लिए काम करने की मंशा जाहीर किया है उस स्तिथि में मुकेश अग्रवाल भी प्रबल दावेदार हो सकते हैं। दीपावली के बाद इस चुनाव कि सरगर्मी बढ़ जाएगी और उसी समय यह हो जाएगा कि इस चुनावी समर में कौन कौन अपना भाग्य अजमा रहे हैं।

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