
खालिद अख्तर खान | नवरात्र चल रही है। हम मांओं की पूजा करते हैं। उनके चरण पखारते हैं, लेकिन कांकेर के सिकसोड़ थाना के गांव सरगीकोट में एक ऐसी महिला की दर्दनाक तस्वीर सामने आई, जिसे उसके पति ने घोर यातनाएं दीं। अपनी गर्भवती पत्नी को उसने जानवरों के कोठे में बिना कपड़े के बेड़ियों में जकड़कर रखा था। जब बच्चा हुआ, तब खूब बारिश हो रही थी, जिसके कारण कीचड़ फैल गया था और महिला और बच्चा इसी हाल में पड़े रहे। बर्बरता यहीं नहीं रुकी, आदमी ने इस बच्चे का गुपचुप सौदा भी कर लिया गया था।
प्रसव के करीब डेढ़ माह बाद जब इसकी जानकारी महिला बाल विकास विभाग को मिली, तो टीम रेस्क्यू के लिए गई। जहां से महिला को छुड़ाया गया। मां और बच्चे दोनों को अस्पताल भेजा गया। सरगीकोट की 30 साल की महिला बजाय मंडावी को करीब सालभर पहले उसका पति धनीराम मंडावी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसके मायके छोड़ आया था। महिला के तीन बच्चे हैं, जो पति के पास हैं। जुलाई में मायके वालों को पता चला कि वह गर्भवती है। उसे लेकर पति के पास पहुंचे। पति ने पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे को अपना मानने से इंकार कर दिया। इसे लेकर गांव में बैठक हुई। दबाव में पति, पत्नी को रखने को तैयार तो हुआ। घर लाकर उसने घर के पीछे गाय के कोठे में उसे जंजीरों से जकड़ दिया। उसके कपड़े उतार दिए, ताकि वो कहीं भाग न सके। महिला को इलाज के लिए बिलासपुर के सेंदरी भेजा गया है। विभाग ने पुलिस को पति पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी है।
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