@छत्तीसगढ़ (वेब न्यूज़)//सीएनबी लाईव।।
शहर में वैसे तो दर्जनों देवी मंदिर हैं। सबकी अपनी खासियत है। कोई तांत्रिक विधि से बना है तो कहीं राजा-रजवाड़ाें के दौर की प्राचीन प्रतिमाएं हैं। इनमें 2 मंदिर ऐसे भी हैं जहां लोग चर्म रोग के लिए इलाज के लिए जाते हैं। भक्तों का दावा है कि दरबार में जाने से उनकी बीमारी ठीक हुई है। इनमें पहला है कंकाली माता का दरबार। मंदिर के ठीक सामने तालाब है जिसे लेकर मान्यता है कि इसमें नहाने मात्र से चर्म रोग ठीक हो जाता है। परंपरा के मुताबिक जिन्हें यह बीमारी है उन्हें सूर्योदय से पूर्व कंकाली तालाब में स्नान करना होता है। दरअसल, तालाब के बीचोंबीच शिवजी का मंदिर है। सैकड़ों सालों से यह तालाब में डूबा हुआ है। भगवान हमेशा पानी के अंदर रहते हैं और इसी वजह से तालाब का पानी शुद्ध रहता है और इसमें स्नान करने वालों की बीमारी भी ठीक हो जाती है।