बैकुंठपुर में जमगहना से लेकर जिला मुख्यालय तक की सड़क बदहाल... नहीं ले रहा कोई सुध, बड़ी दुर्घटनाओ का है अंदेशा...

बैकुंठपुर में जमगहना से लेकर जिला मुख्यालय तक की सड़क बदहाल... नहीं ले रहा कोई सुध, बड़ी दुर्घटनाओ का है अंदेशा...


@बैकुंठपुर (वेब न्यूज़)//सीएनबी लाईव।।

कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के नेशनल हाईवे की सड़कों के गड्ढों और उस पर भरे पानी को देखकर लगता ही नहीं कि यह जिला मुख्यालय की सड़क है, जहां से कलेक्टर सहित तमाम अधिकारी के अलावा विधायक सहित तमाम जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं। हालत तो यह हो गया है कि शहर की सड़कों को देखकर ग्रामीण अंचलों की सड़कें भी शर्मिंदा हो रही हैं। दरअसल गांव की सड़कों से भी बदतर हालत एनएच की सड़क की हो गई है। यह कोई नई कहानी नहीं है बल्कि पिछले 2 वर्षों से गड्ढों में बारिश आते ही लबालब पानी भर जाता है। जब कोई सड़क दुर्घटना होती है तो गिट्टी मुरूम डालकर थूक का मरम्मत कर दिया जाता है सुबह की मरम्मत शाम की बारिश में गायब हो जाती। शहर के लोगों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि साहब यदि सड़क नहीं बनवा सकते तो आने जाने के लिए कम से कम हेलीकॉप्टर ही उपलब्ध करवा दीजिए। नहीं तो कम से कम नाव से ही काम चल जाएगा। बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि इस संबंध में जब भी एनएच के एसडीओ को फोन लगाया गया है वह कभी फोन ही नहीं उठाते हैं। लगता है जिला प्रशासन भी किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है कि जब घटना घटे जनता आंदोलन करें तब सड़क बने ! वर्तमान में खरवत से लेकर जमगहना तक गड्ढे तालाब बन गए हैं। आसपास के मोहल्ले वालों का तो कहना है की मछली विभाग को कम से कम मछली पालन ही करवा देना चाहिए ताकि लॉकडाउन से मंदी में गुजर रहे लोगों को कुछ आर्थिक आमदनी हो सके। कांग्रेस सत्ता में है इसलिए विरोध नहीं कर सकती लेकिन हैरत अंगेज तो यह है कि भाजपा विपक्ष में रहने के बावजूद अपनी जिम्मेदारी से कतरा रही है। कांग्रेस अगर विपक्ष में होती तो एनएसयूआई के लड़के अभी तक इन सड़कों पर रोपा चुके होते। किन्तु अब लगता है कि प्रशासन ने जनता के धैर्य की परीक्षा लेने की ठान ही ली है।


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