काम नहीं मिला तो घर लौट रहे सरगुजा के 2 युवकों ने 5 हजार रुपए की फिरौती लेने पांच साल की मासूम को ही कर लिया अगवा...

काम नहीं मिला तो घर लौट रहे सरगुजा के 2 युवकों ने 5 हजार रुपए की फिरौती लेने पांच साल की मासूम को ही कर लिया अगवा...

Avinash

@पूंजीपथरा(वेब न्यूज़)//सीएनबी लाईव।।

पूंजीपथरा में दो बाइक सवार सड़क किनारे बैठी एक महिला की गोद से उसकी पांच साल की बेटी को छीनकर ले गए। जाने से पहले बदमाशों ने महिला से 5 हजार रुपए मांगे। नहीं देने पर बच्ची को मारने की धमकी दी। समय पर पुलिस को सूचना मिलने से 6 घंटे के भीतर ही धरमजयगढ़ बस स्टैण्ड के नजदीक आरोपी पकड़े गए। बच्ची को छुड़ा लिया गया।

जशपुर के कुनकुरी की रहने वाली रेशमा चाैहान पति विनाेद चाैहान डेढ़ महीने पहले ही पूंजीपथरा आई थी। उसने बताया कि तीन दिन पहले ही उसका पति नौकरी के लिए अकाेला महाराष्ट्र चला गया। इधर आर्थिक तंगी हाेने के कारण वह शुक्रवार सुबह राेजगार की तलाश में फैक्ट्री क्षेत्र आई थी। काम न मिलने पर वह घर जा रही थी।

धूप होने के कारण दाेपहर 1 बजे के करीब पूंजीपथरा चाैक से पहले फाैजी ढाबे के पास सड़क किनारे बैठ गई। इसी बीच बाइक से आए दाे युवक उसके पास खड़े हुए और बच्ची रितू (5) काे गाेद से छीन लिया। दाेनाें युवकाें ने उससे तत्काल 5 हजार रुपए देने की बात कही और कुछ देर बाद आने के लिए कहा। चलते-चलते रुपए न देने और शाेर मचाने पर बच्ची काे मारने की धमकी दे गए।

इसी बीच महिला ने शाेर मचाते हुए थाने जा पहुंची। थाना प्रभारी मनीष नागर काे घटना की जानकारी दी। पुलिस ने कंट्राेल काे सूचना देकर जिले में नाकेबंदी करा दी। पुलिस बच्ची और अपहरणकर्ताओं के हुलिए पर तलाश शुरू कर दी। इसी बीच धरमजयगढ़ पुलिस ने बस स्टैंड के पास से बच्ची के साथ दाेनाें आराेपियाें काे पकड़ लिया।

टीआई ने बताया कि पकड़े गए लाेगाें ने अपना नाम हुबलाल सोनवानी निवासी कुडकेल, बतौली, सरगुजा, विश्वनाथ तिग्गा निवासी बरडीह (मंगारी) थाना धौरपुर जिला सरगुजा बताया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन सीजी-15डीएफ0276 भी जब्त की है। दाेनाें काे पुलिस ने धारा 363,364-क, 511,34 आईपीसी में रिमांड पर जेल दाखिल किया है।

बदमाशों ने सोचा महिला से मिलेंगे कुछ रुपए:

पुलिस गिरफ्त में आए अपहरणकर्ता हुबलाल और विश्वनाथ तिग्गा ने बताया कि वह सरगुजा से अंबिकापुर, रायगढ़ पिछले कई दिनाें से राेजगार की तलाश में भटक रहे थे। लॉकडाउन के बाद से उनके पास राेजी राेटी का काेई जरिया नहीं था। गाड़ी में पेट्राेल भी खत्म हाेने वाला था।

इसी बीच उसे सुनसान स्थान पर महिला एक बच्ची के साथ दिखी, तभी उनके मन में डरा धमका कर महिला से रुपए ऐंठने का ख्याल आया। आराेपियाें ने बताया कि वह सिर्फ बच्ची काे डराने धमकाने के लिए अपने साथ लेकर गए थे। हुबलाल ने बताया कि कुछ दूर जाने के बाद वह वापस भी आया था। उसे महिला नहीं दिखी ताे वह पुलिस से बचने के लिए धरमजयगढ़ की ओर भाग गए थे।

रोजगार बढ़ेंगे तो फिर सामान्य होंगे हालात

एसपी संतोष सिंह कहते हैं रोजगार कम हुए हैं। बेरोजगारी के कारण अच्छे लोग भी बुरी संगत के कारण लूट या छिनतई जैसे अपराध करते हैं। पुलिस लगातार आरोपियों को पकड़ भी रही है लेकिन हर वक्त, हर जगह तैनाती संभव नहीं है। सुनसान जगहों में आते-जाते सावधानी रखें। बड़ी राशि लेकर ना चलें, ई-ट्रांजेक्शन करें। जैसे स्थितियां सामान्य होंगी, रोजगार के साधन बढ़ेंगे इस तरह के अपराध कम होंगे।

काम नहीं है, पर खर्च कम नहीं, यही वजह

लॉकडाउन के कारण कमा खा रहे लाेगाें का राेजगार छिन गया। खर्चे अधिक हैं और कमाई का जरिया नहीं है। ऐसे लाेगाें में एकाएक जरूरत पूरी करने के लिए अपराध करने का क्याल आता है। पढ़े लिखे लाेग जाे बेराेजगार हुए है, वह अपने समाज में गुमनाम जिंदगी जी रहे और उनके कुछ साथी अपराधी हाेते हैं, ऐसे लाेग भी संगत में आकर अपराध का कदम उठाते है।
डाॅ. राजेश अजगल्ले, चिकित्सक



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