
छत्तीसगढ़ में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1585 पहुंच गई है। पहली माैत 29 मई को हुई थी। 145 दिन में आंकड़ा 1500 के पार चला गया है। इनमें 585 मौत अक्टूबर के 18 दिनों में हुई है। यानी अक्टूबर में भले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आई है, लेकिन मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। 29 मई को पहली मौत के बाद 16 अगस्त तक 80 दिन में 100 मरीजों की मौत हुई। उसके बाद 2 अक्टूबर तक 47 दिनों में 900 मरीजों की मौत हो गई। यानी कुल 127 दिनों में 1000 मरीजों की मौत हुई। अब अक्टूबर के केस कम होने से राहत भले ही महसूस की जा रही है, लेकिन 2 अक्टूबर के बाद इन 18 दिनों में 585 मरीजों की जान चली गई है। ये सबसे ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार औसतन रोज 31 मरीजों की मौत हो रही है। जबकि 29 मई से अब तक औसतन 11 मरीजों की जान गई है। प्रदेश में मृत्यु दर 0.9 फीसदी है जो कि राष्ट्रीय मृत्यु दर 1.5 फीसदी से कम है।
रायपुर समेत प्रदेश में अगस्त व सितंबर में सबसे ज्यादा मरीजों की मौत हुई। हालांकि अक्टूबर में यह रिकार्ड टूट गया है। 2 अक्टूबर के बाद केवल 18 दिनों में पांच पचास से अधिक मरीजों की मौत इसका प्रमाण है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मरीज जो सांस लेने की दिक्कत बढ़ने तक इलाज शुरू नहीं करते उन्हें बचाना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टरों के अनुसार टेस्ट में देरी के कारण इलाज में देरी होती है। इससे मरीज देरी से अस्पताल पहुंच रहे हैं। प्रदेश में कई मरीजों ने अस्पताल पहुंचने के 10 से 12 घंटे में दम तोड़ा है। वहीं 60 से ज्यादा मरीज मृत हालत में अस्पताल पहुंचे हैं।
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