छत्तीसगढ़ में गैंगरेप के 2 मामलों में दुष्कर्मीयों को गांवों की चौपाल से ही किया गया बरी...

छत्तीसगढ़ में गैंगरेप के 2 मामलों में दुष्कर्मीयों को गांवों की चौपाल से ही किया गया बरी...

Avinash

@मानपुर

मानपुर इलाके में दो युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इसमें एक नाबालिग है, जिसकी मौत हो गई है। दोनों ही घटना अलग-अलग गांव की है। लेकिन दोनों मामले को एक ही ढंग से गांव स्तर पर ही दबाने का प्रयास किया गया है। कुछ जागरूक लोगों ने जब मामले की शिकायत की तो एक मामले में मृत युवती के दफन शव को बाहर निकाला गया।

पहला मामला खड़गांव इलाके के पुसेवाड़ा का है। जहां 14 वर्षीय युवती से गत दिनों बालोद जिले के कुछ युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। बताया जा रहा है कि युवती का प्रेम प्रसंग का मामला था। युवक 15 सितंबर की रात में अपने कुछ दोस्तों के साथ पुसेवाड़ा आया था, जहां युवती की प्रेमी सहित उसके दोस्तों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।

घटना के बाद युवती की हालत बिगड़ गई और 16 सितंबर को उसने दम तोड़ दिया। मामले की सूचना पुलिस को नहीं दी गई, ग्रामीणों के दबाव के बाद परिजनों ने शव बगैर पीएम दफन कर दिया। मामले की जानकारी के बाद मोहला क्षेत्र की भाजपा नेत्री नम्रता सिंह ने शिकायत प्रशासन और पुलिस से की। इसके बाद प्रशासनिक टीम ने रविवार को पुसेवाड़ा पहुंचकर दफन शव को बाहर निकाला। शव के पीएम के बाद आगे की जांच की जाएगी।

अफसरों से उलझे ग्रामीण मीडिया को भी रोका
रविवार को पुलिस व प्रशासन की टीम पुसेवाड़ा पहुंची। जहां नाबालिग युवती का दफन शव बाहर निकाला गया। लेकिन जब टीम गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने प्रशासनिक अफसरों से भी विवाद किया। मीडियाकर्मियों को भी भीतर प्रवेश नहीं करने का दबाव बनाया गया।

हालांकि प्रशासनिक टीम ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई पूरी की। एसडीएम, तहसीलदार के नेतृत्व में शव बाहर निकालने की प्रक्रिया पूरी हुई। मोहला में रविवार की शाम पोस्टमार्टम किया गया। अब पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

नक्सल प्रभावित गांव के चलते पुलिस हट रही पीछे:


पुसेवाड़ा और सहपाल दोनों धुर नक्सल प्रभावित गांव हैं। जहां आमतौर पर पुलिस सीधे प्रवेश नहीं करती। यही वजह है कि इन दोनों मामलों की खबर सामने आने के बाद भी पुलिस की टीम गांव तक नहीं पहुंची। खासकर मदनवाड़ा के सहपाल में पीड़िता के थाने आने का अब तक इंतजार किया जा रहा है।

लेकिन ग्रामीणों के दबाव और मामला गांव तक ही रफा-दफा होने के चलते पीड़िता को सामने नहीं लाया जा रहा है। सहपाल की पीड़िता बालिग है, पुलिस शिकायत का इंतजार कर रही है।
युवती के साथ जंगल में किया सामूहिक दुष्कर्म उसे वहीं रस्सी से बांधकर भाग निकले थे आरोपी

पुलिस सूत्रों की मानें तो दुष्कर्म का दूसरा मामला मदनवाड़ा के सहपाल में हुआ। जहां सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने आए कुछ युवकों ने एक युवती से दुष्कर्म किया। युवती के साथ जंगल में दुष्कर्म हुआ और उसे वहीं रस्सी से बांधकर आरोपी भाग निकले। सुबह ग्रामीणों ने जब खोजबीन की तो युवती जंगल में बदहवास मिली।

हालांकि इस मामले की सूचना भी ग्रामीणों ने पुलिस को नहीं दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना में शामिल पांच युवकों से जुर्माना लिया गया है, जिसके बाद मामला गांव स्तर पर ही खत्म कर दिया गया है।
एक्सपर्ट व्यू: जानकारी छिपाना भी अपराध की श्रेणी में

पूर्व वरिष्ठ लोक अभियोजक विष्णु साव ने बताया कि नाबालिग के साथ हुआ अपराध पाक्सो एक्ट का हैं। ऐसी घटना की जानकारी छिपाना धारा 20 के तहत अपराध की श्रेणी में हैं। इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई तय होती हैं। अगर शव बाहर निकाला गया है, तो मर्ग जांच के बाद आगे की धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। बालिग युवती से हुए अनाचार की शिकायत उसे खुद या परिजनों के माध्यम से दर्ज कराना होगा। इसमें पुलिस स्वत: संज्ञान के लिए बाध्य नहीं हैं।


मामले में अब संदेहियों की जानकारी जुटा रही पुलिस:
सामूहिक दुष्कर्म की आशंका के बीच युवती की मौत के बाद पुलिस संदेहियों की जांच में भी जुट गई है। बालोद जिले से जिन युवकों के गांव आने की बात कही जा रही है, उनकी पतासाजी शुरू कर दी गई है। रविवार को मामले को लेकर पुलिस ने कुछ ग्रामीणों से भी पूछताछ की है।

शिकायत के बाद शव को बाहर निकाला गया
नाबालिग की दुष्कर्म से मौत की आशंका की शिकायत के बाद मैने दफन शव बाहर निकलाने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद तहसीलदार और पुलिस टीम की मौजूदगी में शव निकाल पीएम के लिए भेजा गया।
सीपी बघेल, एसडीएम मानपुर. 

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