@उत्तर प्रदेश
प्रदेश सरकार ने राज्य स्तर पर रविवार की साप्ताहिक बंदी समाप्त करते हुए बाजारों की साप्ताहिक बंदी की पुरानी व्यवस्था लागू कर दी है। कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य स्थानों पर सभी होटल व रेस्टोरेंट का संचालन भी शुरू किया जाएगा। इस दौरान कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोक भवन में उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए!
बताया जा रहा है कि आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह पटरी पर लाकर अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। सरकार को अंदेशा है कि पितृपक्ष और मलमास की वजह से सितंबर-अक्तूबर में बाजार में डिमांड और भी कमजोर पड़ सकती है। इससे पटरी पर आती आर्थिक गतिविधियों को एक बार फिर झटका लग सकता है। सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को किसी भी स्थिति में पीछे न जाने देने और आगे बढ़ाने की रणनीति पर बढ़ने का संदेश दे दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया जाए। ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ के प्रति लोगों को विशेष रूप से जागरूक करते हुए आर्थिक गतिविधियां संचालित कराई जाएं!
मुख्यमंत्री ने जीएसटी संग्रह में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के लिए कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के तहत अधिक से अधिक व्यापारियों का पंजीकरण किया जाए। निवेशकों और उद्यमियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए। इनकी समस्याओं का समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाए। उद्यमों की सुगमतापूर्वक स्थापना से प्रदेश लाभान्वित होगा और युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री खुद उद्योग बंधु की बैठक कर उद्यमियों से संवाद करेंगे!
तहसील और थाना दिवस भी होंगे शुरू:
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार तहसील दिवस व थाना दिवस का संचालन भी शुरू करने का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि तेजी से बढ़ रहे अपराध और जनसमस्याओं की सुनवाई में अनदेखी के फीडबैक के मद्देनजर यह निर्णय हुआ है। उन्होंने कहा है कि उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी तथा तहसीलदार अपने क्षेत्र की जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराएं। सभी विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष कर्मचारियों की उपस्थिति का नियमित निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण करें!
ईज ऑफ लिविंग के लिए काम का फरमान:
मुख्यमंत्री ने ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में प्रदेश के द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि इसी तरह ‘ईज आफ लिविंग’ की दिशा में भी कार्ययोजना बनाकर प्रयास किए जाएं। इससे लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आएगा!
केजीएमयू,पीजीआई व लोहिया में 1000 आईसीयू बेड:
मुख्यमंत्री ने राजधानी के एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को 1000 आईसीयू बेड्स तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित कराया जाए। चिकित्सा कर्मियों को मेडिकल संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबंध किए जाएं!
जीरो बजट खेती का प्रशिक्षण:
मुख्यमंत्री ने जीरो बजट खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों के परिवार को मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ के अंतर्गत गो आश्रय स्थल से गाय उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने दुग्ध समितियों को सुदृढ़ करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे डेयरी सेक्टर का विस्तार होगा!
स्मार्ट सिटी योजना का काम तेज करें:
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रदेश के 10 शहर तथा राज्य सरकार के स्तर से 7 शहर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जा रहे हैं। इसके तहत कराए जा रहे कार्यों की गति तेज की जाए और योजना की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। नगर निकायों में अमृत योजना के कार्यों को गति दी जाए!
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सड़कों को पूर्णतया गड्ढामुक्त करने के निर्देश भी दिए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद आदि उपस्थित थे!!!